LPG Gas Cylinder: घरेलू रसोई गैस के फर्जी खरीददारों से बचने सरकार ने उठाया बड़ा कदम, आधार के जरिए होगा सत्यापन

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दी जानकारी

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अब कोई भी फर्जी तरीके से रसोई गैस सिलेंडर नहीं ले पाएंगे। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियां फर्जी उपभोक्ताओं को हटाने के लिए रसोई गैस ग्राहकों का आधार के जरिये ई-केवाईसी सत्यापन कर रही हैं। आधार की मदद से ई-केवाईसी (ऑनलाइन ग्राहक सत्यापन) की प्रक्रिया उन फर्जी ग्राहकों को अलग करने के लिए की जाती है जिनके नाम पर बुक कराई गई रसोई गैस का इस्तेमाल वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में किया जाता है। 


बता दें कि परिवारों को 14.2 किलोग्राम वाला सिलेंडर 803 रुपए (लगभग 56.5 रुपए प्रति किलोग्राम) की दर से खरीदना पड़ता है। जबकि होटल व रेस्तरां के लिए 19 किग्रा वाणिज्यिक सिलेंडर 1646 रूपए में मिलता है। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने एक्स् में यह जानकारी दी कि सिलेंडर विपणन कंपनियां आधार के माध्यम से ईकेवायसी सत्यापन कर रही हैं। जिससे फर्जी ग्राहकों को हटाया जा सके।

घर बैठे करवा सकते हैं ई-केवाईसी
एलपीजी ग्राहक को ईकेवाईसी करने के लिए गैस एजेंसी जाने की जरूरत नहीं है। आप घर बैठे आसानी से ईकेवाईसी करवा सकते हैं। आप गैस एजेंसी के कर्मचारी के जरिये भी ई-केवाईसी करवा सकते हैं। आधार क्रेडेंशियल्स कैप्चर के जरिए एलपीजी सिलेंडर की डिलीवरी के गैस एजेंसी के कर्मचारी मोबाइल ऐप के जरिये आधार क्रेडेंशियल्स को कैप्चर करेंगे। आधार क्रेडेंशियल्स कैप्चर होने के बाद कस्टमर के रजिस्टर मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा। ओटीपी दर्ज करने का बाद ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। आप कस्टमर ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के एप के जरिए भी खुद ही केवाईसी कर सकते हैं।


देश में 32.64 करोड़ उपयोगकर्ता
मंत्रालय के पेट्रोलियम नियोजन और विश्लेषण प्रकोष्ठ के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 32.64 करोड़ सक्रिय घरेलू एलपीजी उपयोगकर्ता हैं। बताया जा रहा है कि ग्राहक अपनी सुविधानुसार वितरक शोरूम से भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा ग्राहक गैस वितरक कंपनी के एप के जरिए भी अपना ईकेवाईसी पूरा कर सकते हैं।