Adipurush Controversial Dialogues: बदले जाएंगे आदिपुरुष के विवादित डायलॉग, मनोज मुंतशिर ने दी जानकारी
लगातार लोगों के विरोध के बाद डायलॉग राइटर मनोज मुंतशिर ने लिया यू-टर्न

रामायण पर प्रेरित आदिपुरुष इन दिनों लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। रिलीज के बाद से ही लोग फिल्म की आलोचनाएं कर रहे हैं जिनमें से फिल्म में बोले गए डायलॉग्स सबसे ज्यादा लोगों के निशाने पर है दरअसल यह डायलॉग मनोज मुंतशिर शुक्ला के द्वारा लिखे गए हैं।
लोगों के बढ़ते विरोध के बाद फिल्म के डायलॉग राइटर मनोज मुंतशिर ने बताया कि फिल्म आदि पुरुष के विवादित डायलॉग बदले जाएंगे, तथा उन्हें संशोधित किया जाएगा मनोज मुंतशिर ने ट्वीट किया है कि रामकथा से पहला पाठ कोई सीख सकता है वह है हर भावना का सम्मान करना सही या गलत समय के अनुसार बदल जाता है भावना रह जाती है।
मुंतशिर ने कहा कि आदि पुरुष फिल्म में 4000 से ज्यादा पंक्तियों के संवाद मैंने लिखे हैं 5 पंक्तियों पर कुछ भावनाएं आहत हुई हैं उन सैकड़ों पंक्तियों में जहां श्री राम का यश गान है मां सीता के सतीतत्व का वर्णन किया उनके लिए प्रशंसा भी मिलनी चाहिए थी जो पता नहीं क्यों नहीं मिली मेरे ही भाइयों ने सोशल मीडिया पर अशोभनीय शब्द लिखें।
रामकथा से पहला पाठ जो कोई सीख सकता है, वो है हर भावना का सम्मान करना.
— Manoj Muntashir Shukla (@manojmuntashir) June 18, 2023
सही या ग़लत, समय के अनुसार बदल जाता है, भावना रह जाती है.
आदिपुरुष में 4000 से भी ज़्यादा पंक्तियों के संवाद मैंने लिखे, 5 पंक्तियों पर कुछ भावनाएँ आहत हुईं.
उन सैकड़ों पंक्तियों में जहाँ श्री राम का यशगान…
रामकथा से पहला पाठ जो कोई सीख सकता है, वो है हर भावना का सम्मान करना.
— Manoj Muntashir Shukla (@manojmuntashir) June 18, 2023
सही या ग़लत, समय के अनुसार बदल जाता है, भावना रह जाती है.
आदिपुरुष में 4000 से भी ज़्यादा पंक्तियों के संवाद मैंने लिखे, 5 पंक्तियों पर कुछ भावनाएँ आहत हुईं.
उन सैकड़ों पंक्तियों में जहाँ श्री राम का यशगान…
रामकथा से पहला पाठ जो कोई सीख सकता है, वो है हर भावना का सम्मान करना.
— Manoj Muntashir Shukla (@manojmuntashir) June 18, 2023
सही या ग़लत, समय के अनुसार बदल जाता है, भावना रह जाती है.
आदिपुरुष में 4000 से भी ज़्यादा पंक्तियों के संवाद मैंने लिखे, 5 पंक्तियों पर कुछ भावनाएँ आहत हुईं.
उन सैकड़ों पंक्तियों में जहाँ श्री राम का यशगान…
रामकथा से पहला पाठ जो कोई सीख सकता है, वो है हर भावना का सम्मान करना.
— Manoj Muntashir Shukla (@manojmuntashir) June 18, 2023
सही या ग़लत, समय के अनुसार बदल जाता है, भावना रह जाती है.
आदिपुरुष में 4000 से भी ज़्यादा पंक्तियों के संवाद मैंने लिखे, 5 पंक्तियों पर कुछ भावनाएँ आहत हुईं.
उन सैकड़ों पंक्तियों में जहाँ श्री राम का यशगान…
एक लंबे चौड़े ट्वीट के बाद आखिर में मनोज मुंतशिर ने लिखा कि मेरे लिए आपकी भावना से बढ़कर कुछ भी नहीं है, मैं अपने संवादों के पक्ष में अनगिनत तर्क दे सकता हूं लेकिन इससे आपकी पीड़ा कम नहीं होगी। मैंने और फिल्म के निर्माता निर्देशक ने निर्णय लिया है कि वह संवाद जो आप को आहत कर रहे हैं हम उन्हें संशोधित करेंगे और इसी सप्ताह फ़िल्म में शामिल किए जाएंगे। श्री राम आप सब पर कृपा करें।