Sidhi News: सीधी के केशरी नन्दन गोशाला में गोपाष्टमी का हुआ कार्यक्रम
विश्व हिंदू परिषद महाकौशल प्रांत जिला सीधी गोरक्षा विभाग ने अखिल ब्रम्हाण्ड में सुख-समृद्धि की कामना की
सीधी। विश्व हिन्दू परिषद महाकौशल प्रांत जिला सीधी गोरक्षा विभाग ने प्रखण्ड रामपुर नैकिन चकड़ौर केशरी नन्दन गो शाला में गोपाष्टमी का कार्यक्रम संपन्न। कार्यक्रम सर्व प्रथम गो माता का पंचोपचार पूजन कर कार्यक्रम की अध्यक्षता उदय शंकर मिश्र गोरक्षा प्रमुख ने किया।
मुख्य वक्ता गणेश सिंह जिला अध्यक्ष विशिष्ट अतिथि रवि राय बहादुर सिंह जिला उपाध्यक्ष, अनिल कुमार मिश्र जिला मंत्री एवं भास्कर सिंह नगर अध्यक्ष, अजीत सिंह विशेष संपर्क प्रमुख, योग्य सेन गुप्त मन्दिर अर्चक पुरोहित अशोक गुप्ता सुरक्षा प्रमुख के विशेष उपस्थित में कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। प्रस्तावना उदय शंकर मिश्र ने रखा इस दिन गाय और गोविंद की पूजा से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है वृद्धि कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को गोपाष्टमी के रूप में मनाया जाता है।
मुख्य वक्ता गणेश सिंह ने कहा इस दिन गाय और गोविंद की पूजा-अर्चना करने से धन और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने पहली बार गाय चराई थी। यशोदा मईया भगवान श्रीकृष्ण को प्रेमवश कभी गौ चारण के लिए नहीं जाने देती थीं। लेकिन एक दिन कन्हैया ने जिद कर गौ चारण के लिए जाने को कहा। तब यशोदा जी ने ऋषि शांडिल्य से कहकर मुहूर्त निकलवाया और पूजन के लिए अपने श्रीकृष्ण को गौ चारण के लिए जाते समय पांव पर जूती पहनाने लगी तो श्रीकृष्ण ने यशोदा माता से कहा कि गो माता के पैर पर जूती नहीं है तभी श्रीकृष्ण ने मथुरा में कभी जूती नहीं पहनी। तभी से इस दिन गाय की पूजा की जाती है। मान्यता है कि गाय में 33 करोड़ देवताओं का वास होता है। इसलिए गौ पूजन से सभी देवता प्रसन्न होते है।
ऐसी मान्यता हैं की गौ सेवा करने वाले मनुष्यों का जीवन धन धान्य और खुशियों से भर जाता हैं इसलिए गाय माता की पूजा व सेवा करनी ही चाहिए। कार्यक्रम में प्रदीप सिंह गो शाला संचालक, राजेश जयसवाल, डॉ अनिल गुप्ता केशरी नन्दन गोशाला के अध्यक्ष कुशुम सिंह, सचिव राजकुमारी, सीता राम सिंह, गौसेवक राजवती, संगीता इंद्रभान सिंह, वंश पति पनिका उपस्थित रहे उक्त जानकारी धीरेश मिश्र प्रचार प्रसार प्रमुख ने दी।