Singrauli News: सिंगरौली एनटीपीसी विंध्याचल में सतर्कता जागरुकता सप्ताह का पुरस्कार वितरण के साथ किया गया समापन

'बी द चेंज यू वांट टू सी' विषय पर नृत्य किया गया प्रस्तुत 

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सिंगरौली। एनटीपीसी विंध्याचल में सतर्कता विभाग द्वारा परियोजना के उमंग भवन सभागार में सतर्कता जागरुकता सप्ताह 2024 का समापन पुरस्कार वितरण के साथ किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में चंद्रशेखर शुक्ला, जिला मजिस्ट्रेट, सिंगरौली ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। साथ ही, ई. सत्य फणी कुमार, कार्यकारी निर्देशक (विंध्याचल)और कई वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित थे, जिनमें  समीर शर्मा, मुख्य महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण), डॉ. बीसी चतुर्वेदी, मुख्य महाप्रबंधक (चिकित्सा),  राजशेखर पाला, महाप्रबंधक (प्रचालन), डीके अग्रवाल, महाप्रबंधक (संविदा एवं सामग्री),  राकेश अरोरा, मानव संसाधन प्रमुख और  तुलसी रमन रधीश, अपर महाप्रबंधक (सतर्कता) शामिल थे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन कर एनटीपीसी गीत के साथ हुई। 


इसके बाद, नगर परिसर में स्थित स्कूलों के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जो कि ईमानदारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष के विषय पर आधारित थे। शासकीय स्कूल, विंध्यनगर के छात्रों ने भ्रष्टाचार के विभिन्न रूपों को दर्शाने वाला एक नाटक और नृत्य प्रस्तुत किया। सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल के छात्रों ने महाभारत से प्रेरित नाटक पेश किया, जिसमें नैतिकता और मूल्यों पर महत्वपूर्ण शिक्षाएं दी गईं। डी पॉल स्कूल  के छात्रों ने 'बी द चेंज यू वांट टू सी' विषय पर नृत्य प्रस्तुत किया, जो व्यक्तिगत जवाबदेही के प्रभाव को दर्शाता है। डी पी एस के छात्रों ने भ्रष्टाचार के दूरगामी परिणामों को उजागर करते हुए एक सशक्त प्रदर्शन किया।


विशिष्ट अतिथियों के भाषणों ने कार्यक्रम में गहराई जोड़ी। डॉ. बी.सी. चतुर्वेदी ने 'बी द चेंज यू वांट टू सी' विषय को महाभारत से जोड़ते हुए कहा कि युवाओं में नैतिकता की संस्कृति स्थापित करने की आवश्यकता है। समीर शर्मा ने एनटीपीसी की ईमानदारी के प्रति प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला, जिसे कंपनी के मूल मूल्यों में निहित बताया।  ई. सत्य $फणी कुमार ने भ्रष्टाचार को रोकने के लिए मौजूद ठोस तंत्र और कानूनी व्यवस्थाओं की चर्चा की, और उम्मीद जताई कि भारत के युवा पारदर्शिता के महत्व के प्रति जागरुक होकर देश को उज्जवल भविष्य की ओर ले जाएंगे।


मुख्य अतिथि चंद्रशेखर शुक्ला ने भारत की समृद्धि को नुकसान पहुंचाने वाले ऐतिहासिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए जापान के उदाहरण दिए, जहां राष्ट्रीय मूल्य व्यक्तिगत हितों से ऊपर हैं। महाभारत के संदर्भ में उन्होंने दैनिक जीवन में शाश्वत नैतिक मूल्यों को शामिल करने पर जोर दिया। समारोह का समापन पुरस्कार वितरण समारोह के साथ हुआ, जिसमें सतर्कता जागरुकता सप्ताह के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन कमना शर्मा,उप महाप्रबंधक (मानव संसाधन) ने की, और इसे सतर्कता विभाग द्वारा कुशलता से आयोजित किया गया, जिसमें एचआर, टीएडी और  आईटी विभागों का सहयोग भी शामिल था।