Singrauli News: सिंगरौली के यात्री प्रतीक्षालय में जान हथेली पर रखकर सोते हैं अर्द्धसैनिक बल

खंडहर हो गई बस स्टैण्ड यात्री प्रतीक्षालय की ऊपरी मंजिल 

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सिंगरौली। अंतर्राज्यीय बस स्टैण्ड वैढ़न में नगर निगम के द्वारा यात्री प्रतीक्षालय बनाया गया है। यात्री प्रतीक्षालय के साथ-साथ ऊपरी मंजिल पर अर्द्धसैनिक बल रहते हैं। जहां छत पूरी तरीके से खण्डहर हो चुकी है। स्थिति ऐसी निर्मित हो चुकी है कि अर्द्धसैनिक बल जान हथेली में रखकर रात गुजारते हैं। 


गौरतलब है कि बस स्टैण्ड में यात्री प्रतीक्षालय बनाया गया है। यात्री प्रतीक्षालय का मुख्य उद्देश्य है कि यात्री पतीक्षालय में बैठकर अपनी बसों और गंतव्यों तक जाने के लिए अल्पविराम कर सकते हैं। इस यात्री प्रतीक्षालय में लगभग 20 पंखे लगे हुए हंै, ताकि यात्रियों को गर्मी से राहत मिल सके। लेकिन 20 पंखों में लगभग 8 पंखे कई महीने से खराब पड़े हुए हैं।


कई बार नगर निगम टीम को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन बदहाल व्यवस्था को सुधारने में जिम्मेदार अधिकारी कोई दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। हालात तो यात्री प्रतीक्षालय का इस कदर बना हुआ है कि प्रतीक्षालय में फुटकर व्यवसाईयों की दुकाने सजी हुई हैं।


साथ ही अराजक तत्व बैठकर वहीं तास खेलते हैं। जगह-जगह यात्री प्रतिक्षालय को पीकदान बना दिया गया है। जो कुर्सी वर्षों पूर्व नगर निगम के द्वारा बनाई गई थी, वह पूरी तरीके से टूट कर खण्डहर हो चुकी है। इन कुर्सियों से लोहे की रॉड निकल आई है। जो कभी भी किसी यात्री को नुकसान पहुंचा सकती है। 


स्थानीय व्यापारी बताते हैं कि यहां पर पानी की समस्या लम्बे समय से बनी हुई है। यात्रियों के लिए भले ही नगर निगम यात्री प्रतिक्षालय बनाया हो, लेकिन इस यात्री प्रतिक्षालय में कोई भी व्यवस्था वर्तमान में नगर निगम के द्वारा नही की गई है।


वर्षों पूर्व जो व्यवस्था दी गई थी, उसी व्यवस्था पर आज भी यात्री प्रतिक्षालय चल रहा है। प्रतीक्षालय में अराजक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। दिनभर अश्लील गाली बकते हैं, जिसके चलते प्रतीक्षालय में आने से यात्री महिलाएं कतराती हैं।  


डर कर गुजारते हैं रातें
यात्री प्रतिक्षालय के ऊपरी मंजिल पर रहने वाले तकरीबन 20 से 25 की संख्या में अर्द्धसैनिक बल ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा क ऐसा कोई दिन नही है, जब डर के साए में रात गुजारनी पड़ती है। छत का मलवा पूरी तरीके से टूटकर जमीन पर गिरता है। 


अर्द्धसैनिक बल जमीन पर सोते हैं। न तो कोई अच्छा बिस्तर है, सिर्फ एक चटाई पर सोकर राते गुजारते हैं, उसमें भी छत का मलवा गिरता है। कई बार तो अर्द्धसैनिक बल चोटिल हो चुके हैं। लेकिन इनकी समस्याओं को अनसुना किया जा रहा है। 


खराब है टंकी का नल
अर्द्धसैनिक बल ने बताया कि ऊपर पानी की टंकी लगाई गई है, लेकिन चार महीने से टंकी का नल खराब पड़ा हुआ है। कई बार नगर निगम में जाकर शिकायत कर चुका हूॅ, लेकिन आज तक टंकी का नल नही बन पाया है। 


शौचालय पूरी तरीके से खराब हो चुका है। लेकिन आज तक नगर निगम के जिम्मेदार कोई भी अधिकारी देखने तक नही आया। अगर कोई यहां आ जाए तो यहां की जो स्थिति है, उसे देख लेगा तो डर जाएगा। लेकिन जिम्मेदारों ने आज तक निरीक्षण नही किया।


वहीं एक महिला व्यवसायी ने बताया कि पंखे तो लगे हुए हैं, लेकिन लगभग 8 पंखे कई महीने से खराब पड़े हुए हैं। छत का मलवा गिरता है, दुकान प्रभावित होती है। यात्रियों को भी परेशानी उठानी पड़ती है। कोई सुनने वाला नही है।