Shahdol News: शहडोल में आयोजित हुआ समर कैंप, बच्चे कर रहे रचनात्मक गतिविधियां

बारहमासी जनजातीय छात्रावासों में कला, संस्कृतिक, चित्रकला, कबाड़ से जुगाड़ के बारे में बच्चों को किया जा रहा जागरूक 

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शहडोल। सक्षम जीवन कौशल विकास कार्यक्रम के समन्वयक अविनाश वर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य न केवल बच्चों को रचनात्मक एवं व्यवहारिक ज्ञान प्रदान करना है, बल्कि उन्हें प्रकृति, संस्कृति से जोड़कर, आत्मविकास पैदा करना, जागरूक करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाना भी है। विगत दिवस ये शिविर विकासखंड गोहपारू के आदिवासी सीनियर बालक छात्रावास तथा आदिवासी सीनियर कन्या छात्रावास जयसिंहनगर में संचालित किया गया।

 


 शिविर का आयोजन छात्रावास के अधीक्षक एवं शिक्षकों द्वारा किया जा रहा है। जिसमें सक्षम जीवन कौशल विकास सहयोगी की भूमिका निभा रहा है। सक्षम जीवन कौशल विकास कार्यक्रम में बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से मार्गदर्शन दिया जाता है। 

 


प्रशिक्षण के दौरान बच्चों को कला, संस्कृति, संविधान व जीवन कौशल सिखाए गए, साथ ही उन्हें समाज और पर्यावरण के प्रति भी संवेदनशील बनाने के प्रसास किए गए हैं। प्रशिक्षण के दौरान बच्चों को बीजों का महत्व एवं सही उपयोग, अंकुरण प्रक्रिया की जानकारी दी गई। 


बच्चों को किया गया जागरूक 

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जिससे वे अपने आस-पास हो रहे खेती, बागवानी और पारंपरिक कृषि पद्धतियों को समझ सके। जल, धन और भूमि जैसे संसाधनों की रक्षा हेतु बच्चों को जागरूक किया गया। इसके तहत पर्यावरण संरक्षण से जुड़े छोटे-छोटे अभ्यास कराए जा रहे हैं। 


सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने का प्रयास 
पारंपरिक कलाओं जैसे मिट्टी के बर्तन बनाना, बांस कला, चित्रकला, पुराने कपड़ों से पुतलों का निर्माण आदि का प्रशिक्षण देकर बच्चों को अपनी सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। 


टीम भावना और अनुशासन का विकास किया 
भाषा अभिव्यक्ति, सोचने की क्षमता एवं रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने हेतु बच्चों को कहानी लेखन, कविता लेखन और संवाद लेखन से संबंधित गतिविधि करवाया जा रहा है। प्रतिदिन गतिविधि एवं खेलों के माध्यम से बच्चों में टीम भावना और अनुशासन का विकास किया जा रहा है। 


..सही निर्णय लेने में हो सक्षम 
बच्चों को मानसिक मजबूती, आत्म-विश्वास तथा सामाजिक उत्तरदायित्व का बोध कराया जा रहा है। उन्हें समाज और पर्यावरण के प्रति भी संवेदनशील बनाया जा रहा है। विकासखंड गोहपारू के कार्यक्रम प्रबंधक आशीष कुमार गुप्ता ने बताया आज के समय में बच्चों को शैक्षणिक शिक्षा के साथ उन्हें जीवन जीने की कला, समाज के साथ तालमेल, और अपनी जड़ों से जुड़े रहना भी आना चाहिए। जिससे वे सही निर्णय लेने में सक्षम हो।