Amarkantak News: पवित्र नगरी अमरकंटक को अपवित्र कर रहे शराबी

शराब बिक्री पर प्रतिबंध के बावजूद बदस्तूर जारी है अवैध शराब बिक्री

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अमरकंटक। पवित्र नगरी अमरकंटक अपराधों का गढ़ बनती जा रही है। एक तरफ अमरकंटक पुलिस दावा करती है कि सब कुछ ठीक चल रहा है पर कैसे ठीक चल रहा है उसकी बानगी यहां देखी जा सकती है। अमरकंटक थाना क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार खूब फल फूल रहा है जो अमरकंटक के लिए ठीक नही है।

जहां एक तरफ अमरकंटक को पवित्र नगरी का दर्जा दिया गया है तो वहीं दूसरी तरफ अवैध मदिरा पवित्र नगरी को अपवित्र कर रही है। पवित्र नगरी में अवैध शराब परोसकर कुछ असामाजिक तत्व अपवित्र करने पर आमादा हैं। कभी चोरी-छिपे चलने वाला अवैध शराब कारोबार आजकल कानून की ढीली पकड़ की वजह से खाईवाल के संरक्षण में पवित्र नगरी अमरकंटक मे खुलेआम संचालित हो रहा है। इस कारोबार मे जिस प्रकार सब कुछ ओपन हो रहा है, उससे यही प्रतीत होता है कि खाईवाल को कानून का कोई खौफ नहीं है।

दिखावे का प्रतिबंध
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विगत माह प्रदेश के 17 प्रमुख धार्मिक तीर्थस्थलों में देशी एवं अंग्रेजी शराब की बिक्री पर पाबंदी लगा दी है। उक्त पर्यटन एवं तीर्थ स्थल में शराब के ठेके दुकान नहीं खोले गए हैं। चूंकि पवित्र नगरी अमरकंटक मे  पहले भी कोई ठेका की शराब दुकान संचालित नहीं थी।

राज्य शासन ने पवित्र नगरी अमरकंटक के साथ 16 अन्य स्थलों पर शराब की बिक्री पर पूर्णतया प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन इसके बावजूद भी पवित्र नगरी अमरकंटक में आज भी महुआ की अवैध शराब की बिक्री जहां-तहां खुलेआम बनाकर बेची जा रही है इससे शराबी पियक्कड़ जब तब जहां-तहां शराब के नशे में मदहोश होकर गिरे-पड़े देखे जा सकते हैं। यहां तक कि नर्मदा मंदिर के सामने भी शाम-रात में देखे जा सकते हैं। 
 

जहां-तहां मिल जाते हैं पियक्कड़
प्रतिबंध के बावजूद यहां आज भी चोरी छिपे अंग्रेजी अवैध शराब की बिक्री की जा रही है। इतना ही नहीं कुछ पर्यटक सैलानी भी अंग्रेजी शराब लाकर पीते हैं तथा शराब की बोतल घाट के आसपास पड़ी देखी जा सकती है साथ ही नियमित चलने वाले यात्री बस के कर्मचारी भी बाहर से शराब लाकर रात्रि काल में पीते हैं और उसका कचरा बाहर फेंकते हैं। विगत दिनों नर्मदा मंदिर के सामने भिक्षावृत्ति करने वाले अवैध महुआ की शराब पीकर तीर्थ यात्रियों भक्त श्रद्धालुओं से गाली गलौज करते तथा अभद्र व्यवहार करते हुए देखे गए भिक्षा से मिला पैसे शराब पीते हैं तथा मंदिर के सामने पड़े सोते हैं। 
 

पुलिस की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में
अमरकंटक पुलिस शराब किंग के बारे में जानते हुए भी अभय दान दे रही है अगर पूर्व से ही इन शराब माफियाओं पर नकेल कसती तो इस कारोबार का जन्म ही नही होता। अमरकंटक पुलिस सटोरियों व शराब माफियाओं को सह देकर जिले के ईमानदार पुलिस अधीक्षक की छवि को भी धूमिल करने मे लगा हुआ है। अमरकंटक के लोगों ने पुलिस अधीक्षक से अवैध शराब जैसे काले कारोबार से पवित्र नगरी को अपवित्र कर रहे शराब माफियाओं तथा साथ दे रहे वदीर्धारियों पर भी कड़ी कार्यवाही की मांग की है जिससे पवित्र नगरी की पवित्रता बरकरार रहे।
 

चाय-पान की दुकान में बिक रही अवैध शराब
अमरकंटक में इन दिनों बेखौफ होकर अवैध शराब का कारोबार संचालित हो रहा है। यह सब देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि इन लोगों को मानो अवैध शराब बेचने का लाइसेंस दे दिया गया हो, जिससे वे बेखौफ होकर शराब परोस रहे है। कुछ चाय दुकानों में गर्म चाय से अधिक ठंडी चाय बिक रही है। यदि समय-समय पर पुलिस द्वारा क्षेत्र भर में संचालित चाय दुकान, पान ठेले, किराना दुकान, सैलून व ढाबो में दबिश दी जाए, तो इन अवैध कारोबार पर अंकुश लग सकता है।