Rewa News: जिंदा गाड़ने के मामले में पीड़ित महिलाओं का बयान आया सामने, बोलीं- आरोपियों ने घर के हर सदस्य को मारने की दी थी धमकी
रीवा के गंगेव चौकी क्षेत्र के हिनौता कोठार की घटना प्रदेश भर में बनी चर्चा का विषय
रीवा। रीवा में जमीन के झगड़े में एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष की दो महिलाओं को जिंदा गाड़ने की कोशिश मामले ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है। जिस तरीके से आरोपियों के द्वारा यह कृत्य किया गया है उससे हर कोई हैरान है। दरअसल पट्टे की जमीन में सड़क बनाने का विरोध करने पर आरोपियों ने डंपर से महिलाओं पर मुरम डाल दी। इससे एक महिला कमर तक और दूसरी गले तक मुरम के ढेर में दब गई, बाद में फावड़े से मुरम हटाकर दोनों को बाहर निकाला गया। घटना में एक महिला बेहोश हो गई। मामला मनगवां थाना इलाके के गंगेव चौकी गांव का है।
मामले में अब पीड़ित महिलाओं का बयान सामने आया है। दरअसल हादसे में पीड़ित महिला को एक बार फिर से इलाज के लिए संजय गांधी स्मृति चित्किसालय में भर्ती कराया गया है। जहां मीडियाकर्मियों से उन्होंने बात की।
पीड़ित महिला आशा पाण्डेय ने बताया कि घटना शनिवार की दोपहर की है जब हमारे घर में दो महिलाओं को छोड़ कर कोई घर में नहीं था। तभी आरोपी पक्ष जिसमें विपिन, गोकर्ण पाण्डेय, आकाश पाण्डेय मुरूम से भरा हाइवा लेकर हमारे पट्टे की जमीन में रोड बनाने की नियत से पहुंच यह देखकर हम दोनों महिलाएं इसका विरोध करने पहुंचे तो बिपिन व आकाश ने धक्का देकर नीचे गिरा दिया और इसीबीच गोकर्ण प्रसाद पाण्डेय ने हमारे ऊपर मुरूम गिरवा दिया। ताकि जिं़दा गाड़ दिया जाए। महिला ने बताया कि इस बीच गोकर्ण प्रसाद पाण्डेय यह भी कह रहा था कि इनको मुरूम में पाट कर इनका मर्डर जरूर करेंगे। जब मिलेंगे तब करेंगे, इनके घर के बच्चे-बच्ची सहित घर के हर सदस्य को मार डालेंगे। पीड़िता ने बताया कि मुरूम में पट जाने के बाद स्थानीय लोगों ने हमारी मदद की। तथा इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।
दोनों पक्षों में चल रहा पारिवारिक जमीन का विवाद
दोनों पक्षों का पारिवारिक जमीन का विवाद है। दोनों के घर आसपास हैं। गोकर्ण प्रसाद पांडेय और विपिन पांडेय रास्ता बनाना चाह रहे थे। जीवेश कुमार पांडेय और शिवेश कुमार पांडेय उन्हें रोक रहे थे। इसी दौरान विवाद हुआ। पहले मारपीट हुई। इसके बाद ममता पांडेय (पत्नी जीवेश) और आशा पांडेय (पत्नी शिवेश) के ऊपर मुरम डाल दी। गोकर्ण और महेंद्र के कहने पर मढ़ी गांव का ट्रक मालिक राजेश सिंह मुरम लेकर आया था।
पट्टे की जमीन पर जबरन मुरम डालकर बना रहे सड़क
गंगेव चौकी निवासी जीवेश कुमार पांडेय और शिवेश कुमार पांडेय ने बताया कि पट्टे की जमीन में जबरन मुरमलकर सड़क बनाई जा रही थी। हमने मढ़ी गांव के राजेश सिंह को मुरम डालने से मना किया। इस पर गोकर्ण प्रसाद पांडेय और विपिन पांडेय ने हमारी पनियों के साथ मारपीट की। उन पर मुरम डालकर जान से मारने कोशिश की। ममता पांडेय और आशा पांडे को गंगेव प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
डंपर जब्त, दो फरार
पुलिस ने वीएनएस की धारां 110 (आईपीसी 308) के तहत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इनमें डंपर चालक प्रदीप कोल, महिलाओं के पारिवारिक ससुर गोकण पाण्डेय और भतीजा विपिन पाण्डेय शामिल हैं। विपिन को गिरफ्तार कर लिया गया है। डंपर भी जब्त हो चुका है। वालक प्रदीप कोल गोकण की तलाश की जा रही है।
पीपीसी चीफ ने सरकार को घेरा
चीफ जीतू पटवारी ने एक्स पर लिखा कि इस घटना ने एक बार फिर बीजेपी शासन की महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। वैसे भी मध्यप्रदेश महिलाओं पर अत्याचार में पहले नंबर पर है। मुख्यमंत्री जी, क्या आपकी सरकार से ये बहनें उम्मीद रख सकती हैं कि इस घटना की निष्पक्ष और त्वरित जांच होगी। आपकी सरकार महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों को रोकने में बार-बार असफल हो रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने लिखा कि महिलाओं ने ओं ने अपनी जमीन पर सड़क बनाने का विरोध किया, तो दबंगों ने मुरम के नीचे दबा कर जिंदा दफनाने का प्रयास किया। भाजपा की सरकार में माफियाओं का बोलबाला है। दलित, आदिवासी, महिलाओं को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है
पारिवारिक जमीन विवाद में दो महिलाओं आशा पांडे और ममता पाडे पर मुरम गिरी थी। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर डम्पर को जब्त कर लिया है। मामले में गाड़ी के ड्राइवर प्रदीप कोल, गाड़ी मालिक राजेश सिंह कुल पांच लोगों के खिलफ केस दर्ज किया। जिनमें से तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है। जबकि दो फरार आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
-विवेक सिंह, एसपी रीवा