Rewa News: 'कोरेक्स' को लेकर डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कसा तंज, बोले- वे सक्षम नहीं

रीवा की इस चिंताजनक समस्या के खिलाफ लड़ाई के मूड में दिख रही कांग्रेस 

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रीवा। रीवा के युवाओं के बीच तेजी से बढ़ते मेडिकल नशे के चलन का मामला अब प्रदेश स्तर में पहुंच चुका है। इस गंभीर समस्या को लेकर अब विपक्ष में बैठी कांग्रेस पार्टी खुलकर सामने आ चुकी है। तथा इसके लिए लंबे समय से रीवा व प्रदेश की सत्ता में बैठे नेताओं को जिम्मेदार बताया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को जब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार व उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे रीवा पहुंचे तो उन्होंने भी प्रमुखता से इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार व डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल को आड़े हाथों लिया। जिसके बाद से अब ये माना जा रहा है कि नशे के खिलाफ कांग्रेस लंबी लड़ाई के मूड में है। 

बता दें कि बुधवार का नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार अल्पकालीन प्रवास पर रीवा पहुंचे थे जहां सर्किट हाउस में उन्होंने पत्रकार वार्ता कर अपने मुद्दे रखे। मेडिकल नशे पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि एक पिक्चर देखी थी उड़ता पंजाब लेकिन आज उड़ता रीवा हो रहा है। बोले- मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ कि अन्य जगहों में लोग शराब का नशा करते हैं वहीं रीवा में लोग कोरक्स के नशा कर रहे हैं। यह बड़े दु:ख की बात है।  

उन्होंने कहा कि मुझे पता चला है कि कोरक्स को रोकने के लिए राजेंद्र शुक्ला जी उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने गए थे। डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल को घेरते हुए कहा कि वे सक्षम नहीं हैं। वे अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं संभाल पा रहे हैं। इसलिए उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री से मदद मांग रहें हैं। अगर आपके प्रदेश और रीवा में कोरेक्स का नशा रोज बढ़ रहा है, तो इस पर लगाम आपको ही लगानी चाहिए। इस दौरान इस दौरान उन्होंने नर्सिंग घोटाला, नशा, अवैध उत्खनन, स्वास्थ्य व्यवस्था और भ्रष्टाचार समेत सरकार के वादों को लेकर निशाना साधा।  

 नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि परीक्षा भर्ती के घोटाले में जब तक युवाओं को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक हम सदन से लेकर सड़कों तक लड़ाई लड़ेंगे। सरकार ने किसानों को समर्थन मूल्य, महिलाओं को तीन हजार रुपए और युवाओं को रोजगार देने का झूठा वादा कर भ्रमित किया है। झूठे वादे कर उन्होंने अपनी सरकार बना ली। आदिवासियों पर आए दिन अत्याचार किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सभी मुद्दे सदन में उठाए जाएंगे।