Rewa News: रीवा में सेंसर डिवाइस से हो रही पौधों की निगरानी, पानी कम होने पर मिलता है मैसेज

बसामन मामा गौशाला परिसर में वन विभाग ने स्थापित किया सिस्टम

 | 
rewa news

रीवा। पानी की कमी से अब शीशम-सागौन समेत अन्य पौधों की मौत नहीं होगी। प्रदेश में हरियाली बचाने के सरकारी प्रयास और तेज होंगे। एक छोटी डिवाइस मिट्टी की आद्रता का स्तर परखेगी। 15 प्रतिशत  से नीचे आद्रता पहुंचते ही अलर्ट तरह करेगी। दरअसल वन विभाग ने पौधों को बचाने और जमीन की नमी का पता लगाने के लिए स्मार्ट प्लटिशन मॉनीटरिंग सिस्टम स्थापित कर रहा है। इसमें और नई तकनीक का उपयोग किया गया है। 


जानकारी के अनुसार इस कमाल की डिवाइस रीवा वन मंडल के डीएफओ अनुपम शर्मा ने तैयार किया है। 2018 बैच के आईएफएस अनुपम शर्मा हैं। आईआईटी दिल्ली से पासआउट है। इलेक्ट्रीकल से बीटेक हैं।  उन्होंने बताया कि अब पौधों में खाद की कमी, पीएच स्तर पता करने वाली तकनीक पर काम करेंगे। यह सोलर एनर्जी से चलता है। एक सिस्टम का खर्च 80 हजार है।

rewea

ऐसी शुरूआत करने वाला रीवा देश का पहला जिला 
बसामन मामा गौशाला परिसर में वायरलेस सेंसर आधारित मॉनीटरिंग सिस्टम स्थापित किया गया है। इसमें वायर की जरूरत नहीं होगी। जमीन की नमी पर नजर रखने के लिए वन विभाग ने पहली मर्तबा स्मार्ट प्लटिशन मॉनीटरिंग सिस्टम स्थापित किया। देश में ऐसा काम करने वाला रीवा वन विभाग पहला जिला बन गया है। इसकी शुरुआत रीवा शहर के इंजीनियरिंग कॉलेज से की गई थी। अब इसमें और भी नई टेक्नालॉजी का उपयोग किया गया है। वन विभाग ने बसामन मामा गौशाला परिपर में ब्लुटुथ टेक्नालॉजी आधारित स्मार्ट प्लांटेशन मॉनीटरिंग सिस्टम स्थापित किया है। यह पूरी तरह से ब्लूटूथ से संचालित और आपरेट होगा। इसमें डॉटा लॉगर के अलावा गेटवे भी है। इसमे सेंसर द्वारा मापी गई मृदा नमी की मात्रा क्लाउड पर फीड होती रहेगी।


पौधों को सूखने से बचाया जा सकेगा
इस स्मार्ट मॉनीटरिंग सिस्टम की मदद से जमीन की नमी पर वन विभाग नजर रस्त सकेगा। कई मर्तबा जमीन की नमी कम होने पर लगाए गए पौधे सूख जाते हैं। इसकी जानकारी भी वन विभाग को पता न हीं चल पाती। इस तकनीक से जमीन में कितनी नमी है और पौधों को कब पानी चाहिए। इस पर नजर रखी जा सकेगी। पौधों को कितना पानी देना है। इससे ता कर सकेंगे। मॉनीटरिंग सिस्टम से अधिक से अधिक पोधों को बचाया जा सकेगा। इससे प्लांटेशन के फेल होने की संभावना कम होगी।