Rewa News: बदलने वाले हैं क्योंटी जलप्रपात के दिन, ईको पर्यटन स्थल के विकसित करने की मिली स्वीकृत

रमणीय प्राकृतिक दृश्य को देखने दूर-दूर से आते हैं लोग, एक साल बाद अलग स्वरूप में दिखेगा प्रपात

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Kyoti

रीवा। जिला मुख्यालय से महज 40 किमी दूर स्थित अत्यंत खूबसूरत क्योंटी जल प्रपात के दिन बहुरने वाले हैं। यहां पर वो सब कुछ होने वाला है जिसकी आवश्यकता एक लंबे समय से महसूस की जा रही थी। वन विभाग क्योंटी जल प्रपात को ईको पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है जिसमे 41 लाख 86 हजार रुपये खर्च होंगे। शासन स्तर से इसकी स्वीकृति भी मिल चुकी है।


दूर दराज से पहुंचते हैं लोग 
बता दें कि क्योटी जलप्रपात महाना नदी पर स्थित है। देश का यह 24वां जलप्रपात है जो सबसे उंचा है। महाना नदी टमस की उप नदी हैं। बरसात के दिनों में यहां का मनोरम दृश्य देखने दूर दराज के लोग आते हैं। जलप्रपात के छोटे और फुहारें का आनंद ऐसा होता है कि एक बार जो आया तो उसका मन बार-बार आने को करता है। इस प्रपात में खासकर आसपास के अलावा यूपी से आने वालों की सबसे ज्यादा संख्या है। क्योटी का कोई खास विकास अभी तक नही हुआ था। इसमें घटनाएं भी आए दिन होती हैं। जलप्रपात में सुरक्षा के इंतजामात न के बराबर है। लोग पिकनिक के दौरान सेल्फी लेते समय प्रपात में गिर भी चुके है। 

Kyoti water fall
आसपास के लोगों को मिलेगा रोजगार 
अब इस प्रपात को वन विभाग विकसित करने के लिए कदम उठाया है।  यह प्रपात वन विभाग की ही भूमि पर है। इसलिए विभाग ने इसके विकास की दिशा में मप्र ईको पर्यटन विकास बोर्ड को पत्राचार किया। ईको बोर्ड क्योंटी जलप्रपात को विकसित करने के लिए राजी हो गया है। इसके विकसित होने के बाद आसपास के लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होगें। 


41 लाख 86 हजार से होगा विकसित 
मप्र इको पर्यटन विकास बोर्ड भोपाल को वन मंडलाधिकारी एवं पदेन क्षेत्रीय प्रबंधक मप्र ईको पर्यटन विकास बोर्ड रीवा ने क्योंटी जलप्रपात के लिए जून माह में अपना प्रस्ताव भेजा। प्रस्ताव में उल्लेख था कि वन मंडल रीवा के अंतर्गत क्योंटी जलप्रपात है। जिसमें ईको पर्यटन मप्र अधोसंरचानाओं के चार विकास के लिए 57 लाख की जरूरत है। इस राशि में इसका संपूर्ण विकास हो जाएगा। ईको पर्यटन विभाग ने प्रस्ताव पर मंथन कर अभी जुलाई मास में 41 लाख 86 हजार रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। जिसका टेंडर भी जारी किया जा चुका है। समझा जाता है कि वर्ष 2025 में क्योटी जलप्रपात नए रूप में दिखने लगेगा है

Kyoti water fall
इनका होगा निर्माण 

  • क्योटी जलप्रपात में मेन गेट का निर्माण होगा। इसी से लोग इंट्री करेंगे।
  •  फेसिंग कॉलम स्टोन फुटिंग बनाए जाएंगे।
  • सैलानियों के लिए चबूतरा शेड बनेंगे।
  • जल की व्यवस्था की जाएगी, बैठने के लिए कुर्सियां लगेंगी।
  • टिकट काउंटर बनेंगे।
  • एम्यूजमेंट एक्टिविटी एरिया रहेगा।
  • 3 केव्ही का सोलर पैनल सिस्टम लगेगा, सोलर वाटर पंप होंगे।
  • जलप्रपात में सुरक्षा व्यवस्था के पर्याप्त इंतजाम किए जाएंगे।
  • इसके अलावा और भी वे सभी आवश्यक उपलब्ध कराई जाएगी जो जरूरी होंगी।