Rewa News: रीवा शहर का मुख्य नाला रतहरा से झिरिया तक पूरी तरह अतिक्रमण की चपेट में
जलभराव की समस्या पर सख्त हुए निगमायुक्त, भ्रमण कर नालों का किया निरीक्षण

रीवा। आगामी वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए नगर निगम आयुक्त डॉ. सौरभ सोनवणे ने शहर के जलभराव प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वार्ड क्रमांक 15, 16, 24 एवं 25 के अंतर्गत आने वाले प्रमुख नालों की स्थिति का जायजा लिया गया।
शीघ्र सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश
निगमायुक्त ने आचार्य नगर के पास स्थित नाले का मौके पर सीमांकन का निरीक्षण किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने विहान हॉस्पिटल के पीछे, बाल न्यायालय के समीप, तिवारी होटल के सामने, तथा फूलमती नाले का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान निगम आयुक्त ने स्वास्थ्य अधिकारी को सभी नालों की शीघ्र सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, वहीं राजस्व विभाग को सीमांकन कार्य शीघ्र पूर्ण करने को कहा।
झिरिया नाला का किया निरीक्षण
साथ ही, नालों का अतिक्रमण हटाकर पक्के नाले निर्माण की योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए, ताकि आने वाले समय में जलभराव की समस्या से स्थायी राहत मिल सके। इसके साथ ही निगम आयुक्त ने झिरिया नाला का भी निरीक्षण किया।
किनारे किए गए अतिक्रमण 2 दिन में हटाने के निर्देश
उन्होंने नाले में बने पुराने पुल के मलबे को हटाने तथा मशीन के माध्यम से नाले की सफाई कराने के निर्देश दिए, ताकि जलप्रवाह अवरुद्ध न हो। साथ ही नाले के किनारे किए गए अवैध अतिक्रमण को दो दिवस के भीतर हटाने के भी स्पष्ट निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उक्त निरीक्षण में राजस्व विभाग से नायब तहसीलदार यतीश शुक्ला सहित नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे।
नाला गैंग ने कई जगह की साफ-सफाई
नगर पालिक निगम क्षेत्रांतर्गत नाला गैंग द्वारा 3 जून को वार्ड 02 विन्ध्य विहार कालोनी में गायत्री स्कूल के पीछे का बड़ा नाला साफ कराया गया। साथ ही वार्ड 17 एवं 18 में सेलिब्रेशन होटल के पास, पुलिया से लेकर मानस भवन के सामने तक नाले की सफाई कराई गई। वार्ड 22 गल्ला मंडी में नमक वाला से लेकर रामगरीब मिश्रा, विकास कालोनी तक बड़े नाला की सफाई कराई गई।
सफाई संरक्षक की सेवा समाप्त
नगर पालिक निगम रीवा में राजकुमार पिता मोहन की सफाई संरक्षक के पद पर नियुक्ति आदेश क्र. 2554, 17 अक्टूबर 2006 के तहत की गई थी, उनको सफाई कार्य का दायित्व सौंपा गया था। राजकुमार बिना सूचना के कार्य से अनुपस्थित रहे तथा कार्य के प्रति लापरवाह रहे।
बिना सूचना के कार्यालय से अनुपस्थित तथा कार्य के प्रति लापरवाही बरतने का पत्र विभाग द्वारा जारी किया गया, किन्तु राजकुमार द्वारा दिए गए पत्रों का जबाव प्रस्तुत नहीं किया गया। सभी प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात राजकुमार की सेवा समाप्त कर दी गई है।