Rewa News: रीवा कमिश्नर ने वनाधिकार की संभागीय कार्यशाला का किया शुभारंभ
हजारों परिवारों को भू-अधिकार पत्र देकर बनाया उस जमीन का मालिक

रीवा। वनाधिकार अधिनियम 2006 से संबंधित रीवा एवं शहडोल जिलों की संयुक्त कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ रीवा संभाग के कमिश्नर बीएस जामोद ने किया। इस अवसर पर कमिश्नर ने कहा कि जनजातीय परिवार परंपरागत रूप से वनों के संरक्षक रहे हैं। उनकी आजीविका का मुख्य साधन वन रहे हैं। लेकिन जनजातीय परिवारों को आवासीय और खेती की भूमि के पट्टे नहीं मिले हुए थे।
पीढ़ियों से था अधिकार
वनाधिकार अधिनियम में हजारों परिवारों को भू-अधिकार पत्र देकर उन्हें उस जमीन का मालिक बनाया जिस पर उनका पीढ़ियों से अधिकार था। वनाधिकार अधिनियम ने जनजातीय परिवारों को वनों की सुरक्षा करते हुए खेती और अन्य आर्थिक गतिविधियों के अधिकार दिए हैं। इस अधिनियम का प्रभावी क्रियान्वयन करके हजारों परिवारों को लाभान्वित किया जा रहा है।
ये रहे उपस्थित
कार्यशाला में मुख्य वन संरक्षक राजेश राय, वन मण्डलाधिकारी, उपायुक्त जनजातीय कार्य ऊषा अजय सिंह, संयुक्त आयुक्त दिव्या त्रिपाठी तथा जिला स्तरीय वनाधिकार समिति के सदस्य उपस्थित रहे। कार्यशाला में अधिनियम के प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी गई।