Rewa News: रीवा जिले में बारिश से हाहाकार; ईको पार्क लबालब, शहर के कई मोहल्लों में जल भराव
चोरहटा के नाले में आई बाढ़ से फंसे लोग, एसडीआरएफ ने निकाला बाहर

रीवा। जिले में बारिश के चलते हाहाकार मच गया है। बाढ़ की संभावना के कारण लोग सहमे हुए है। बीती रात मुसलाधार बारिश के कारण कई घरों के लोग बाढ़ से घिर गये। उनके घरों में कई फिट पानी भर गया जिसकी वजह से लोगों ने अपने घरों की पनाह ली थी। बाद में सूचना पर गोताखोरों की स्पाट में पहुंची और सभी लोगों को नदी से सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। बाढ़ की वजह से हालात बेकाबू हो गए थे।
बताया गया है कि बारिश की वजह से दो दर्जन लोग बाढ़ में फंस गये थे। ग्राम खैरी थाना चोरहटा में लोग नाले में घर बनवाये हुए है। बीती रात मुसलाधार बारिश हुई जिसकी वजह से हालात बदतर हो गये थे। नाले में बाढ़ आ गई और लोग घरों में फंस गये।
उनके घर में तीन से चार फिट पानी भर गया था और उनकी गृहस्थी का पूरा सामान बर्बाद हो गया था। जान बचाने के लिए सभी लोग अपने घर की छत में चढ़ गये लेकिन बारिश के कारण जलस्तर बढ़ रहा था और डरे सहमे लोग जान बचाने की जद्दोजहद कर रहे थे। शनिवार को सुबह पुलिस को सूचना दी गई जिस पर पुलिस ने एसडीआरएफ टीम को खबर दी।
बताया गया है कि एसडीआरएफ की टीम तुरंत स्पाट में पहुंच गई। उनका पूरा घर पानी से घिरा हुआ था और सभी लोग छत में बैठे हुए थे। एसडीआरएफ ने रेसक्यू आपरेशन शुरू किया। जो लोग पानी में फंसे थे उनको सुरक्षित बाहर निकाला गया है। 23 लोगों की जान को गोताखोरों ने रेसक्यू आपरेशन करके बचाई है।
दुकानदारों का सामान तबाह
खैरी गांव में नाले के किनारे कई लोगों की दुकानें स्थित थाी। बीती रात बारिश की वजह से नाले का जलस्तर बढ़ गया तो पानी उनकी दुकानों में भर गया। पानी भरने से दुकान के अंदर रखा पूरा सामान बर्बाद हो गया। लाखों रुपए का नुकसान व्यापारियों को हुआ है। एक दुकानदार ने बताया कि उसका फ्रीज, स्कूटी, गृहस्थी का सामान सहित सबकुछ पानी में डूबकर खराब हो गया है। हमारा बाढ़ से काफी ज्यादा नुकसान हुआ है जिसकी वजह से हम परेशान है।
उफान पर नदियां, ईको पार्क में भरा पानी
लगातार बारिश की वजह से नदियां उफान पर है। शहर से गुजरने वाली बीहर नदी का जलस्तर बढ़ गया है जिसकी वजह से बिछिया, निपनिया सहित अन्य इलाको्रं में जलभराव की स्थिति बन गई थी। पानी लोगों के घरों में भर गया था जिसकी वजह से उनको सुरक्षित बाहर निकाला गया है।
बीहर नदी के किनारे स्थित ईको पार्क भी बाढ़ की चपेट में आ गया। नदी का जलस्तर बढ़ने से ईको पार्क में पानी भर गया था जिसकी वजह से हालात बदतर हो गए। जिले की दूसरी टमस नदी में भी जलस्तर बढ़ रहा है। बकिया बराज से पानी छोड़ने की वजह से बसामन मामा, पूर्वा फाल के अलावा अतरैला व त्योंथर क्षेत्र में पानी का स्तर बढ़ा है। बसामन मामा मंदिर के पास पुलिस ने लोगों को सुरक्षित बाहर निकलने की सलाह दी गई है।
एसडीआरएफ टीम कर रही पेट्रोलिंग
बाढ़ के हालातों के बीच आज शनिवार को आपदा प्रबंधन की टीम भी डूब प्रभावित इलाकों में सक्रिय रही। टीम द्वारा निरीक्षण कर हालातों का जायजा लिया गया और पानी के स्तर पर नजर रखी जा रही है। यदि जलस्तर बढ़ता है तो फिर समय रहते लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया जाये। इसके लिए सारी तैयारियां कर ली गई है।
इनका कहना है-
बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से चौकस है। हालात पर नजर रखी जा रही है और डूब प्रभावित इलाकों में हमारा स्टाफ काम कर रहा है। पानी निकासी का मार्ग भी बनाया जा रहा है जिससे जलस्तर तेजी से कम हो सके। अभी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
-प्रतिभा पाल, कलेक्टर रीवा