Rewa News: रीवा में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में विचार संगोष्ठी में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री
भगवत गीता से कर्तव्य, आत्मज्ञान, समत्व और भक्ति के मार्ग पर चलने की सीख मिलती है: राजेन्द्र शुक्ल
रीवा। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि भगवत गीता मानव जीवन का सर्वोच्च मार्गदर्शक ग्रंथ है जिसके माध्यम से कर्तव्य, आत्मज्ञान, समत्व और भक्ति के मार्ग पर चलने की सीख मिलती है। भगवत गीता संपूर्ण जीवन दर्शन है।
कर्म, भक्ति व संन्यास योग को समेटे यह ग्रंथ आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना हजारों वर्ष पूर्व था। उप मुख्यमंत्री अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में भगवत गीता का जीवन बोध विषय पर आधारित विचार संगोष्ठी में शामिल हुए।
विचार संगोष्ठी के मुख्यवक्ता गुजरात साहित्य परिषद के अध्यक्ष भागेश झा ने कहा कि भगवत गीता भारत के चिंतन का सार व सर्वस्व है। कुलपति सरदार वल्लभ भाई पटेल विश्वविद्यालय आणंद प्रो. निरंजन पी पटेल ने कहा कि विकसित भारत का स्वप्न युवा अपनी खुली आंखों से देख सकेंगे। कुलगुरू प्रो. राजेन्द्र कुमार कुडरिया ने कहा कि जीवन बोध व गीता सार को जीवन में उतारें। आभार प्रदर्शन कुल सचिव सुरेन्द्र सिंह परिहार ने किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल सहित प्रबुद्धजन, शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। अतिथियों का शाल, श्रीफल, श्रीमद भगवत गीता व तुलसी का पौधा देकर संपन्न किया गया।