Rewa News: रीवा में डॉक्टर्स की बड़ी लापरवाही, डिलेवरी के समय महिला के पेट में छोड़ दी पिन, दूसरी डिलेवरी के समय निकली
जिला अस्पताल में डिलेवरी के समय नवजात बच्चा पिन चुभने से हुआ घायल, परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
रीवा। सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने के लिए भले ही कितनी व्यवस्थाएं कर दी जाये लेकिन डाक्टरों की लापरवाही की वजह मरीजों को मुश्किलें उठानी पड़ती है। शनिवार को एक हैरान कर देने वाला मामला आया जिसमें पहली डिलेवरी के समय डॉक्टरों ने महिला के पेट में टांका लगाने वाली पिन छोड़ दी थी। दूसरी डिलेवरी के समय वह पिन बच्चे के साथ बाहर निकली जिसकी वजह से बच्चा भी घायल हो गया। बच्चे को उपचार हेतु अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
बताया गया है कि डिलेवरी के समय डॉक्टरों ने महिला के पेट में पिन छोड़ दी थी। हिना खान पति अख्तर खान साकिन बिछिया को घर वालों ने प्रसव पीड़ा होने पर उसे जिला अस्पताल में दाखिल कराया था। उसकी दूसरी डिलेवरी थी जिस पर जिला अस्पताल में उसकी नार्मल डिलेवरी कराई गई। डिलेवरी के समय उस समय डॉक्टर हैरान रह गए जब बच्चे के साथ एक टांका लगाने वाली पिन भी बाहर निकली जो महिला के पेट के अंदर थी।
बताया गया है कि पिन गर्भ में पल रहे बच्चे को भी चुभ गई थी जिसकी वजह से उसके चेहरे सहित अन्य स्थानों में चोट आ गई थी। डॉक्टरों ने आनन-फानन में उसको उपचार हेतु आईसीयू वार्ड में दाखिल कराया। पिन चुभने की वजह से उसको इन्फेक्शन हो गया है जिससे चार से पंाच दिन उसको अस्पताल मेंं भर्ती रहना पड़ेगा। अक्सर आपने यह सुना होगा कि डॉक्टरों ने ऑपरेशन के समय पेट में कैंची छोड़ दी लेकिन अब रीवा में यह प्रकरण सामने आया है जिसमें टांका लगाने वाली पिन को ही छोड़ दिया।
संजय गांधी अस्पताल में हुई थी पहली डिलेवरी
उक्त महिला की पहली डिलेवरी संजय गांधी अस्पताल में हुई थी। जब पहली डिलेवरी हुई थी तब डॉक्टरों ने उसके पेट में यह पिन छोड़ दी थी जो डेढ़ साल से ज्यादा महिला के पेट के अंदर ही रही। इस बात से बेखबर महिला ने दूसरी बार गर्भ धारण किया और दूसरी डिलेवरी में पिन बाहर आई। महिला तो पूरी तरह से स्वास्थ्य है लेकिन उसका नवजात बच्चा पिन चुभने से घायल हो गया।
क्या हो पायेगी लापरवाहों पर कार्रवाई
डॉक्टरों की लापरवाही छोटी नहीं है बल्कि उनकी लापरवाही की वजह से महिला और उसके नवजात बच्चे की जान भी जा सकती थी। सवाल यह उठता है कि क्या डॉक्टरों और नर्स के खिलाफ कोई कार्रवाई हो पायेगी जिन्होंने इतनी बड़ी लापरवाही कर महिला और उसके बच्चे की जान को खतरे में डाला। हालांकि जब-जब कर्मचारियों पर लापरवाही के आरोप लगते है तब तक अस्पताल प्रबंधन उनके बचाव में उतर आता है।
क्या बोले परिजन
महिला के पति अख्तर खान ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी पत्नी की पहली डिलेवरी संजय गांधी अस्पताल में हुई थी और पहली डिलेवरी के समय डॉक्टरों ने यह लापरवाही की थी जिसमें उसके पेट में पिन छोड़ दी थी। यह दूसरी डिलेवरी के समय पिन बाहर निकली है। हम लोगों को पता भी नहीं चला कि डॉक्टरों ने इस तरह की लापरवाही की है जिसकी वजह से उसका इलाज भी नहीं करवा पाए।