Rewa News: रीवा में धान का पैसा न मिलने से नाराज किसानों ने किया चक्का जाम
कलेक्ट्रेट के सामने किया प्रदर्शन, धान के पैसे का भुगतान नहीं किए जाने का लगाया आरोप

रीवा। शासन को धान बेचकर किसान फंस गए है। किसानों को समर्थन मूल्य में धान बेंचने का पैसा अभी तक नहीं मिला है जिससे किसानों को अब आगे की बुवाई में परेशानियां उठानी पड़ रही है। इस पर सोमवार को भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने कलेक्ट्रेट के सामने चक्का जाम आंदोलन किया जिसकी वजह से ट्रैफिक जाम हो गया था।
बताया गया है कि किसान काफी समय से धान बिक्री का पैसा दिलवाने की मांग कर रहे है। 6 माह से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन किसानों को समर्थन मूल्य में धान बेंचने का पैसा नहीं मिला है। उनके रुपयों का अधिकारियों ने मिलकर बंदरबांट कर लिया है। करीब एक करोड़ से अधिक के फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। जो रुपए किसानों को समर्थन मूल्य में धान बेंचने के बदले मिलने चाहिए थे उसका फर्जी भुगातन अधिकारियों ने कर दिया।
वहीं जिला प्रशासन न तो संबंधित अधिकारियों पर एफआईआर करवा रहा है और न ही किसानों का पैसा दिलवा पा रहा है। इससे आक्रोशित किसानों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट के सामने भारतीय किसान यूनियन टिकैत के बैनत तले जाम लगा दिया जिसकी वजह से आवागमन बाधित हो गया।
बताया गया है कि जाम की सूचना पर कलेक्ट्रेट से अधिकारी पहुंच गए और किसानों से उनकी मांगों के बारे में बातचीत की तो किसान धान का पैसा भुगतान करवाने की मांग कर रहे है। किसानों ने धान का पैसा न मिलने तक हटने से इंकार कर दिया।
1 करोड़ 28 लाख का फर्जीवाड़ा
किसानों का कहना था कि 1 करोड़ 28 लाख रुपए का फर्जीवाड़ा हुआ है। किसानों की राशि को अधिकारियों ने मिलकर बांट लिया लेकिन उनको राशि का भुगतान नहीं हो पाया है। हम लोग काफी समय से राशि के लिए पैसा काट रहे है लेकिन हमारी मांगों को जिला प्रशासन नजरअंदाज कर रहा है।
लोग रहे परेशान, कुछ की छूटी ट्रेन
इस आंदोलन की वजह से आज पूरे शहर में जाम की स्थिति बन गई थी। कलेक्ट्रेट के सामने जाम लगा हुआ था जिस पर ट्रैफिक को जयस्तंभ से खन्ना चौराहा रोड में डायवर्ट कर दिया गया था जिसकी वजह से उस रोड में भी जाम लग गया था। कॉलेज चौराहे तरफ से आने वाले ट्रैफिक को न्यायालय रोड में भेज दिया गया था जिसकी वजह से न्यायालय, रसिया मोहल्ला रोड, ताला हाऊस मोड़ के पास भीषण जाम लग गया था। शहर के कई हिस्सों में जाम की स्थिति बन गई। हालत यह हो कि लोगों की शटल ट्रेन छूट गई और वे रेलवे स्टेशन तक नहीं पहुंच पाए।
इनका कहना है-
किसानों की धान बिक्री के भुगतान से जुड़ी कुछ समस्या है। किसान राशि भुगतान नहीं होने की जानकारी दे रहे है। उनसे मांगों के संबंध में बात की जा रही है। समस्या को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
-यतीश शुक्ला, नायब तहसीलदार