Rewa News: रीवा में चाय गिरने से जला बच्चा, अस्पताल में मौत; घर वालों ने किया हंगामा, डॉक्टर पर लापरवाही का लगाया आरोप
अतरैला थाना क्षेत्र से उपचार हेतु लाया गया था अस्पताल, पुलिस ने कराया पोस्टमार्टम
रीवा। संजय गांधी अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों की मौत के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। लापरवाही ऐसी कि हंसते खेलते मरीज पल भर में काल के गाल में समा जाते हैं। ऐसा ही मामला बीती रात सामने आया है।
एक बच्चे को परिजन जलने के बाद अस्पताल आए थे जिसकी बीती रात मौत हो गई। घर वालों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए घंटो हंगामा किया और इसकी रिपोर्ट भी अस्पताल के अधिकारियों से की है।
बताया गया कि उपचार के लिए अस्पताल ले गए बच्चे की मौत पर हंगामा हुआ है। लक्ष्य यादव पिता लवकुश यादव उम्र 11 माह निवासी गडेहरा थाना अतरैला गत दिवस अपने घर में चाय गिरने से जल गया था जिसकी वजह से उसके पीठ में चोट आई थी। उसको घर वालों ने उपचारार्थ अस्पताल के बर्न यूनिट में भर्ती कराया था जिसकी हालत सामान्य थी।
रात में वार्ड के डॉक्टरों ने घर वालों को बच्चे का जेलको बदलवाने के लिए बच्चा वार्ड में भेजा। घर वाले उसे लेकर बच्चा वार्ड में गए तो जेल को बदलने की जगह डॉक्टर ने उसे किसी मशीन में डाल दिया जिसकी वजह से बच्चे की मौत हो गई। हंसता खेलता बच्चा वार्ड के अंदर गया और उसकी लाश बाहर निकली।
बताया गया है कि इस घटना से अस्पताल में हंगामा की स्थिति बन गई। घर वालों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए रात में काफी देर तक बवाल किया जिसकी वजह से अस्पताल में अफरा-तफरी स्थिति बनी रही। सूचना पर तुरंत पुलिस मौका मुआयना करने स्पाट में पहुंच गई। बाद में अस्पताल के सीएमओ अटेंडर से मिलने के लिए आए और उनसे पूरी समस्या को पूछा। घर वालों ने डॉक्टरों की पूरी लापरवाही उनको बताई और जांच की मांग की।
सीएमओ ने डाक्टरों की टीम गठित कर लाश का पोस्टमार्टम करवाने का आश्वासन दिया है। घर वालों ने एक लिखित शिकायत अस्पताल के अधिकारियों और थाने में की है जिस पर भी जांच का आश्वासन दिया गया है। पुलिस ने अस्पताल में पोस्टमार्टम उपरांत लाश घर वालों को सौंप दिा है।
यह था परिजनों का आरोप
परिजनों का कहना था कि अस्पताल के डॉक्टरों ने लापरवाही की थी जिसकी वजह से बच्चे की मौत हुई है। इलाज के समय भी डॉक्टरों ने काफी लापरवाही की थी। उनसे ब्लड की व्यवस्था करने को बोला था लेकिन बच्चे का ब्लड ग्रुप उनको नहीं बताया था। वार्ड में जेलको लगाने के लिए हम बच्चे को लेकर गए थे लेकिन डॉक्टर वहां पर सीपीआर देने लगे और उसे मशीन में डाल दिए जिसकी वजह से उसकी मौत हुई है।
जांच के लिए गठित हुई विशेष टीम
इस प्रकरण की जांच हेतु एक टीम का गठन अधिकारियों ने किया है। टीम में पांच सदस्य है और वे अब प्रकरण की जांच करेंगे। बच्चे की मौत के कारणों का पता लगाने का प्रयास करेंगे। घर वाले डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे जिसकी वजह से डाक्टरों की लापरवाही का पता लगाने का प्रयास किया जाएगा।
इनका कहना है-
जलने की वजह से एक बच्चे को उपचार हेतु अस्पताल लाया गया था जिसकी बीती रात मौत हो गई है। घर वालों ने लापरवाही करने का आरोप लगाया है जिस पर उनकी शिकायत लेकर पूरे प्रकरण को विवेचना में लिया गया है। लाश का पोस्टमार्टम डॉक्टरों की टीम ने किया है।
-डॉ यत्नेश त्रिपाठी, सीएमओ संजय गांधी