Mauganj News: मऊगंज के नईगढ़ी क्षेत्र में अमृत 2.0 पाइपलाइन कार्य बना मुसीबत का सबब

जगह-जगह खोदे गए शोल्डर बन रहे खतरे के गड्ढे, रोज गिर रहे लोग

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मऊगंज। नईगढ़ी नगर परिषद क्षेत्र में अमृत 2.0 के अंतर्गत ठेकेदार द्वारा पाइपलाइन बिछाने की कार्यवाही अब स्थानीय लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बन गई है। पूरे नगर में कई स्थानों पर सड़क के शोल्डर को बिना किसी योजना, सुरक्षा मानक और निगरानी के खोदकर छोड़ दिया गया है। कहीं आधी खुदाई अधूरी छोड़ दी गई है। कई जगह शोल्डर पूरी तरह खुला पड़ा है। खुदाई की मिट्टी सड़क पर फैली हुई है।

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 ये लापरवाही बानी कारण 

  1. लोग आए दिन फिसलकर गिर रहे हैं।
  2. मोटरसाइकिल और साइकिल चालक घायल हो रहे हैं।
  3. सड़क किनारे बने बड़े गड्ढों ने दुर्घटना का खतरा दोगुना कर दिया है।
  4. रात के समय हादसों का जोखिम और बढ़ गया है।
  5. कई स्थानों पर शोल्डर इतनी गलत तरीके से काटे गए हैं कि वाहनों के पलटने की नौबत बन रही है।

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भलुहा-बूढ़ा परसिया संपर्क मार्ग की स्थिति अत्यंत गंभीर बनी हुई है। बूढ़ा परसिया निवासी अखिलेश पटेल ने बताया कि ठेकेदार की लापरवाही के चलते इस मार्ग पर लगातार दुर्घटनाएँ हो रही हैं। कई स्थानों पर शोल्डर की मरम्मत नहीं की गई है और कुछ जगह पाइप खुले में फैले हुए हैं, जिससे राहगीरों को भारी परेशानी और खतरा हो रहा है।

इसी तरह नईगढ़ी-सुमेदा संपर्क मार्ग भी बदहाल स्थिति में पहुँच चुका है। मार्ग में बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं और पाइपलाइन बिछाने के बाद कई स्थानों पर पाइप खुले में पड़े हैं, जिससे आमजन को लगातार बाधा, मुश्किल और दुर्घटना का डर बना रहता है। ग्रामीणों का कहना है कि यह मार्ग अब चलने-फिरने तथा वाहनों के आवागमन के लिए असुरक्षित हो चुका है।

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स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि ठेकेदार न तो सुरक्षा मानकों का पालन कर रहा है और न ही खुदाई के बाद समय पर बैकफिलिंग, लेवलिंग और सड़क की पुनर्स्थापना कर रहा है। निर्माण कार्य के दौरान कोई चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगाया जाता। न ही नगर परिषद का कोई इंजीनियर और जिम्मेदार अधिकारी मोजूद रहता है।

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लोगों ने नगर परिषद और संबंधित विभागों से तत्काल कार्रवाई की मांग की है— 

  1. सभी खतरनाक स्थानों की समयबद्ध मरम्मत की जाए।
  2. गड्ढों को भरकर मार्ग को समतल और सुरक्षित बनाया जाए।
  3. ठेकेदार पर जुर्माने सहित कड़ी कार्यवाही की जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही दोबारा न हो।