Bheel Pradesh: अब भील प्रदेश बनाने की मांग को लेकर उमड़े आदिवासी, 4 राज्यों को 49 जिले मिलाने की मांग
बासवाड़ा के मानगढ़ मेंं हुई भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा की सांस्कृतिक महारैली
राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के जनजाति बहुल 49 जिलों को शामिल करते हुए अलग भील प्रदेश की मांग को लेकर गुरुवार को मानगढ़ धाम पर आदिवासियों का रेला उमड़ पड़ा। भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा की ओर से आयोजित इस सांस्कृतिक महारैली को 40 वक्ताओं ने संबोधित किया और भील प्रदेश बनाने की मांग उठाई।
महारैली को संबोधित करते हुए बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत ने कहा कि इतिहासकारों को आगाह करना चाहता हूं अब तक हमें गलत पढ़ाया गया। मानगढ़ धाम पर शहीद हुए हमारे 1500 पूर्वज यहां भील प्रदेश की रूपरेखा तैयार करने आए थे। धर्म सभा एक बहाना था। तब से ही भील प्रदेश की मांग चली आ रही है।
4 राज्यों को 49 जिले मिलाने की मांग
समाज ने राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात एवं एमपी के 49 जिलों को मिलाकर भील प्रदेश बनाने की मांग की। इसमें राजस्थान के पुराने 33 जिलों में से उदयपुर समेत 12 जिलों को शामिल करने की मांग है। रैली में छत्तीसगढ़ व दादरा एवं नगर हवेली से भी भागीदारी रही।
वक्ताओं ने मांग की कि भील प्रदेश में कलक्टर, एसपी, एसडीएम से लेकर हर कर्मचारी आदिवासी होगा। बागीदौरा विधायक जय कृष्ण पटेल ने चेतावनी दी कि हम ग्राम पंचायत में भांजगड़ा (विवादों के निपटारे की आदिवासियों की परंपरा) में जो फैसला ले लेंगे वह मानना होगा