MP News: मध्यप्रदेश में प्रत्यक्ष प्रणाली से होंगे छात्र संघ चुनाव, तैयारी शुरू

उच्च शिक्षा विभाग तैयार कर रहा कैलेंडर, चुनाव के लिए 15 दिन का समय

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भोपाल। प्रदेश के निजी और सरकारी कालेजों में छात्रसंघ चुनाव एकेडमिक कैलेंडर के मुताबिक होना तय है। चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से होंगे, यह साफ हो गया है। ऐसा इसलिए कि उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए डॉ. मोहन यादव ने प्रस्ताव तैयार कर सीएम सचिवालय भेजा था।


अब वे सीएम हैं और उन्हें खुद फैसला करना है। अफसरों की माने तो अब छात्रसंघ चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से होना तय है। उच्च शिक्षा विभाग आगामी सत्र 2025-26 की गाइडलाइन तैयार कर रहा है। इसके तहत छात्र संघ चुनाव अक्टूबर में कराए जाएंगे। विभाग चुनाव के लिए 15 दिन का कार्यक्रम तैयार कर रहा है। 


हालांकि सूबे के समस्त छात्र संगठन छात्रसंघ चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से कराना चाहते हैं। उच्च शिक्षामंत्री रहे डॉ. मोहन यादव अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने को राजी नहीं थे। वे प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने के पक्षधर थे। इसको लेकर उन्होंने एक प्रस्ताव भी तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेजा था।


चौहान कोई निर्णय कर पाते, उससे पहले डॉ. यादव खुद राज्य मुख्यमंत्री बन गए हैं। चुनाव पूरे राज्य का मामला होने के कारण मुख्यमंत्री को अंतिम फैसला करना था। उन्हें प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने में किसी की स्वीकृति की जरूरत नहीं होगी। 


हालांकि पिछली बार विभाग को निजी और सरकारी कालेजों में अप्रत्यक्षण प्रणाली के लिए एक-एक माह के अंतर से चुनाव कराने पड़े थे। प्रत्यक्ष प्रणाली से होने वाले छात्र संघ चुनाव से छात्र राजनीति के नए द्वार खुलते हैं। इसमें सही नेता का चयन होकर ऊपर आता है। छात्र राजनीति से निकलकर कई नेता राज्य में विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री रह चुके हैं।


चुनाव में हुए परिवर्तन से छात्र राजनीति खत्म हो गई है। कालेजों में राजनीति जैसा माहौल भी दिखना बंद हो गया है। पिछले अप्रत्यक्ष चुनावों में आए पदाधिकारियों ने कालेजों की मांगों को लेकर कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं किए। कई जगह तो उन्हें विरोध प्रदर्शन और मांगों को लेकर जगहंसाई तक कराना पड़ी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी छात्र नेता थे।


प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव
प्रत्यक्ष चुनाव में कालेज में पढ़ने वाला कोई भी विद्यार्थी किसी भी पद के उम्मीदवारी कर सकता है। इसमें कालेज में पढ़ने वाले विद्यार्थी सीधे अपने पसंदीदा उमीदवार को वोट कर चुनते हैं। इसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, सह सचिव और विवि प्रतिनिधि शामिल हैं।


अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव
अप्रत्यक्ष चुनाव में कालेज में मैरिट हासिल करने वाले विद्यार्थी के हिसाब से पदों पर उम्मीदवारी होती है। इसमें विद्यार्थी को सभी सेमेस्टर पास होना अनिवार्य है। वे अपने कक्षा का प्रतिनिधि चुनते हैं। चयनित कक्षा प्रतिनिधि कालेज के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, सह सचिव और विवि प्रतिनिधि का चयन करते हैं। पिछले चुनाव में विवि प्रतिनिधि का पद समाप्त कर दिया गया था।