Love Story: अनारकली के बाद अब जंगली हाथी के इश्क में दीवानी हुई पूनम, पढ़िए अजब प्रेम की गजब कहानी

कहते हैं इश्क सिर्फ इंसानों को ही नहीं होता, पशु- पक्षियों में भी इश्क परवान चढ़ता है। कुछ ऐसा ही हुआ मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की हथिनी पूनम के साथ, हथिनी ने कई बार जंगली हाथी के लिए कई बार सरहद पार की हैं। टाइगर रिजर्व प्रबंधन हथिनी को पकड़कर वापस
 | 
Love Story: अनारकली के बाद अब जंगली हाथी के इश्क में दीवानी हुई पूनम, पढ़िए अजब प्रेम की गजब कहानी

कहते हैं इश्क सिर्फ इंसानों को ही नहीं होता, पशु- पक्षियों में भी इश्क परवान चढ़ता है। कुछ ऐसा ही हुआ मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की हथिनी पूनम के साथ, हथिनी ने कई बार जंगली हाथी के लिए कई बार सरहद पार की हैं। टाइगर रिजर्व प्रबंधन हथिनी को पकड़कर वापस कैंप में रखता, लेकिन हथिनी फिर भाग जाती। ऐसा एक नहीं करीब पांच बार हुआ।

आखिरकार प्रबंधन ने पूनम को 45 किमी दूर मगधी परिक्षेत्र में भेज दिया है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डॉक्टर नितिन गुप्ता ने बताया कि ऐसा होता जब हथिनी हाथी की तरफ आकर्षित हो जाती है। हथिनी जब एडल्ट हो जाती है, तो हाथी की तरफ आकर्षित हो जाती है। ये नेचुरल प्रोसेस है। उसी के साथ चली भी जाती है। हथिनी की गर्भवती होने की उम्र 15 वर्ष होती है।

पूनम का बदला कैंप
टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अनुसार, पूनम लगातार जंगली हाथी के साथ जंगल में भाग जाती थी। इसलिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने हथिनी का स्थान परिवर्तन कर दिया। पूनम को खितौली परिक्षेत्र के डमाडमा कैंप से 45 किमी दूर मगधी परिक्षेत्र के जोबीबाह कैंप भेजा गया। हथिनी पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।

अनारकली भी हुई थी दीवानी
प्रबंधन के अधिकारियों ने बताया कि जब हथिनी जंगली हाथी के साथ जंगल चली जाती, तो प्रबंधन की टीम चैन की मदद से जंगल में बने निशानों के सहारे उसे खोजने लग जाती। घंटों की मशक्कत के बाद हथिनी को खोज कर जंगल से कैंप लाया जाता। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की हथिनी की ये दूसरी प्रेम कहानी है। इससे पांच माह पहले अनारकली की प्रेम कहानी सामने आई थी। इसमें अनारकली जंगली हाथी के साथ जंगल चली गई थी। इसे भी प्रबंधन ने दूसरी जगह भेज दिया था।

ऐसे पड़ा पूनम नाम< बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने बताया कि पूनम हथिनी का जन्म रिजर्व में ही 2012 में हुआ था। हथिनी की उम्र अभी लगभग 11 वर्ष है। प्रबंधन ने कहा कि पूनम का जन्म पूर्णिमा के दिन हुआ था। इसलिए इसका नाम पूनम रखा गया। दूसरी जगह किया शिफ्ट
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक राजीव मिश्रा ने Live Good Morning को बताया कि पूनम हथिनी जंगली हाथी के साथ जंगल चली गई थी। ऐसा चार-पांच बार हुआ। बड़ी मेहनत के बाद हथिनी को जंगल से वापस कैंप लाया जाता था। आखिरकार उसे दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है।