Bhopal News: भोपाल में ट्रैफिक रूल तोड़ने पर 4.84 लाख लोगों का चालान

पांच साल में ट्रैफिक पुलिस से ज्यादा कैमरों ने पकड़े, कोर्ट में पेंडिंग 1.88 लाख

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Bhopal

भोपाल। राजधानी में बीते पांच साल में ट्रैफिक रूल तोड़ने पर 4.84 लाख से अधिक वाहन चालकों का चालान किया गया है। इसमें अहम बात यह है कि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से अधिक वाहन चालक शहर के चौराहों पर लगे कैमरों ने पकड़े हैं। इतना ही नहीं, ऑनलाइन चालान न भरने वाले 1.88 लाख लोगों के प्रकरण कोर्ट में पेंडिंग हैं।


आधिकारिक जानकारी के मुताबिक भोपाल में पांच साल में 3,79,141 चालान ऑनलाइन बनाए गए हैं। यह कुल चालानों का लगभग 78 फीसदी है। यानि कैमरों की मदद से अधिकांश वाहन चालक पकड़े जा रहे हैं जो यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं। चालानी कार्रवाई में एक और दिलचस्प आंकड़ा सामने आया है। 


राजधानी में वर्ष 2022 से पिछले साल नवंबर तक यानि करीब तीन साल में ऑनलाइन समन शुल्क के तौर पर करीब 4.30 करोड़ रुपए आया था जबकि ऑफलाइन लगभग 8.47 करोड़ रुपए जमा हुआ। यानि ऑनलाइन चालान ज्यादा बने पर इनसे शुल्क ऑफलाइन के मुकाबले कम आया।


तय समय में न भरने पर कोर्ट भेज देते हैं चालान
सामान्य प्रक्रिया के तहत वाहनों की चेकिंग के दौरान नियम तोड़ने वालों का चालान बनाया जाता है। इसमें दोपहिया वाहन चालक का हेलमेट न पहनना, कार में सीट बेल्ट न लगाना, सिग्नल तोड़ना, तय रफ्तार से तेज वाहन चलाना और दोपहिया पर तीन लोगों के सवार पर होने पर मुख्य तौर से कार्रवाई की जाती है। 


कैमरों से भी ऑनलाइन चालान जनरेट होते हैं। तय समय-सीमा में चालान न भरने पर ट्रैफिक पुलिस इसे जिले के सीजेएम कोर्ट को भेज देती है। वहां उल्लंघनकर्ता को वाहन के दस्तावेजों के साथ उपस्थित होकर चालान भरना पड़ता है।


30 चौराहों पर लगे 300 कैमरों से नजर
भोपाल स्मार्ट सिटी ने इंटिग्रेटेड ट्रैफिकमैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) का कमांड एंड कंट्रोल रूम गोविंदपुरा स्थित कार्यालय में बनाया है। इस सिस्टम पर करीब 19 करोड़ रुपए खर्च किया गया। जून, 2018 में इसकी शुरुआत की गई। पहले चरण में कुछ चौराहों पर कैमरे लगाए गए थे। फिर इनकी संख्या 30 तिराहे-चौराहों पर बढ़ कर 300 तक पहुंच गई। भोपाल के अलावा इंदौर, ग्वालियर जैसे शहरों में भी आईटीएमएस के जरिए ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।


चालान के साथ उल्लंघन की फोटो, दिन और समय भी
कैमरों के जरिए ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को डिटेट कर चालान जनरेट किया जाता है। इसमें कौन सा नियम तोड़ा गया है, उसकी फोटो, तारीख और समय भी दर्ज होता है। चालान वाहन मालिक के पते पर भेज दिया जाता है।


रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जरिए भी सूचना भेजी जाती है। ई-चालान जमा करने के लिए ट्रैफिक थाना में काउंटर बनाया गया है। वहां बिनी किसी अतिरिक्त शुल्क के चालान जमा किया जा सकता है। बताया जा रहा है यह 24 घंटे सातों दिन चालू रहता है।