विभाजन के 22 वर्ष बाद अब सुलझ जाएगा, उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड परिसंपत्तियों का विवाद

UP-UK : दोनों प्रदेशों में डबल इंजन की सरकारों के कारण यह संभव होगा। उत्तर प्रदेश ने पिछले कुछ सालों में बातचीत और कार्य करने में काफी तेजी दिखाई है। परिसंपत्तियों के बंटवारे की कवायद उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड ने तेज की दी है। बनबसा में यूपी की जमीन का कुछ हिस्सा उत्तराखंड को दिया जाना है। जिस पर दोनों प्रदेशों के अफसर तेजी से काम कर रहे हैं। हाल ही में इस मसले को लेकर उत्तराखंड और यूपी के अधिकारियों की बैठक हुई थी।
जिसमें नेपाल सीमा से सटा भारतीय इलाका जो कि यूपी सिंचाई विभाग के अधीन है। इसमें से 80 हेक्टेयर जमीन यूपी उत्तराखंड (UP-UK) को देने की तैयारी कर रहा है। लेकिन यह जमीन शशर्त दी जाएगी। कि इसका उपयोग वन सचिदा के रूप में किया जाएगा। इसके संबंध में दोनों प्रदेशों के अधिकारियों ने संयुक्त रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसके अलावा बनबसा के मीना बाजार से लेकर केनाल तक के क्षेत्र का करीब 35 हेक्टेयर हिस्सा भी उत्तराखंड को देने की बात हुई है। हालांकि अंतिम फैसला सरकार के हाथों में ही होगा।
उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ प्रशांत कुमार वर्मा ने बताया कि फिलहाल नेपाल सीमा से लगी हमारी 80 हेक्टेयर जमीन उत्तराखण्ड को देने पर सहमति बनी है। इसके अलावा केनाल से मीना बाजार तक 35 हेक्टेयर भूमि चयन हुई है। अंतिम फैसला प्रदेश सरकार लेगी।