Rewa News: त्योंथर में भगवान बिरसा मुंडा गौरव यात्रा का हुआ समापन

गुड मॉर्निंग डिजिटल। रीवा। भगवान बिरसा मुंडा कि जयंती पर निकाली गई रथयात्रा का समापन गरिमामय ढंग से स्थानीय विश्राम गृह प्रांगण में हुआ। यहां आयोजित वृहद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा विशिष्ठ अतिथि के रूप समीर उरॉव,विरसा मुंडा के पोते सुभनाथ मुंडा,परपोते जंगल मुंडा,भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा
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Rewa News: त्योंथर में भगवान बिरसा मुंडा गौरव यात्रा का हुआ समापन

गुड मॉर्निंग डिजिटल।
रीवा। भगवान बिरसा मुंडा कि जयंती पर निकाली गई रथयात्रा का समापन गरिमामय ढंग से स्थानीय विश्राम गृह प्रांगण में हुआ। यहां आयोजित वृहद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा विशिष्ठ अतिथि के रूप समीर उरॉव,विरसा मुंडा के पोते सुभनाथ मुंडा,परपोते जंगल मुंडा,भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष तुलसी दास कोल,जनपद अध्यक्ष मीनूदेवी कोल मंचासीन रहीं। अतिथियों ने सर्वप्रथम भगवान विरसा मुंडा एवं माता सबरी की मूर्ति पर दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। स्वागत भाषण कार्यक्रम संयोजक भाजपा नेता देवेंद्र सिंह ने दिया। स्वागत गीत से सत्येंद्र यादव ने अतिथियों की जमकर तालियां बटोरी। मंच का संचालन रजनीश पाण्डेय ने किया।

 

इस अवसर पर मुख्यअतिथि समीर उरांव ने कहा कि मुख्य अतिथि समीर उराँव ने वृस्तृत रूप से बिरसा मुण्डा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला कि कैसे एक निर्धन आदिवाशी परिवार में जन्म लिए बालक उस अंग्रेजी साम्राज्य की नींव हिला दी।भारत के स्वतंत्रता की लड़ाई के लिए अपने प्राणो की बाजी लगाने वाले लाखो महानायक पैदा हुए किन्तु किसी को भी भगवान का दर्जा नही मिला। श्री उरांव ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बिरसा मुंडा के जन्मदिन को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया एवं गौरव दिवस पर अवकास घोषित किया है।उन्होंने राष्ट्रपति पद पर आदिवासी समाज की महिला द्रोपदी मुर्मू को चुनकर समूचे समाज को समानित किया है।

Rewa News: त्योंथर में भगवान बिरसा मुंडा गौरव यात्रा का हुआ समापन

बिरसा मुंडा और शबरी माता का मंदिर बनाए जाने की मांग
देवेंद्र सिंह ने एक प्रस्ताव पारित कर प्रशासन से मांग की है कि विंध्य पर्वत से लगा यह क्षेत्र जो कभी कोल राजाओं,द्वारा संरक्षित एवं संचालित था उनकी यादगार के रूप में बनी त्योंथर की कोलगढ़ी भुलनिहा मंदिर एवं सितलहा गढ़ी को राज्य संरक्षित स्मारक घोषित करके इन स्थानों पर आदिवासी संस्कृति संग्रहालय स्थापित किया जाए। भुलानिहा मन्दिर को अतिक्रमण मुक्त किया जाए। मिट्टी के बर्तन बनाने वाले एवं बांस के द्वारा निर्मित डलिया, डोलची, झौवा, बेना, सूपा, आदि का निर्माण करने वालों को बाजार बैठकी व किसी कर से मुक्त रखा जाए। आदिवासी कला एवं संस्कृति को सुरक्षित एवं संरक्षित करने हेतु आदिवासी कला संस्कृति महाविद्यालय की स्थापना की जाय,आदिवासी बाहुल क्षेत्र के पंचायतों एवं सरकारी श्रम प्रधान कार्यों में आदिवासी समुदाय के लोगो को प्राथमिकता के आधार पर कार्य दिया जाय। त्योंथर क्षेत्र में माता शबरी का मन्दिर एवं बिरसा मुंडा जी की प्रतिमा स्थापित किया की जाए। जिस जमीन पर आदिवासी रहते हैं उस जमीन का उन्हें पट्टा प्रदान किया जाए।

देवेंद्र सिंह ने बताया त्योंथर का इतिहास
देवेंद्र सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हमें बिरसा मुण्डा विचार मंच बनाने की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि त्योंथर क्षेत्र का इलाका एक तरफ पहाड़ व दूसरी तरफ नदियों से घिरा हुआ है जिसमे आदिवासी समाज की बहुतायत है।यह इलाका कोल राजाओ से संचालित होता है यहाँ कि त्योंथर की कोलगढ़ी,भुलनिहा का मंदिर एवं सितलहा की गढ़ी यहां के कोल राजाओ द्वारा ही निर्मित की गयी थी। लेकिन वर्तमान में अशिक्षा एवं नशे की गंदगी के कारण यहा पर राज करने वाली समाज पिछड़ती चली जा रही है। गरीबी, शोषण,नशे मे डूबती चली जा रही है। बच्चे स्कूलों से दूर हो रहे या केवल खाना पूर्ति के लिये मध्याह भोजन के लिये स्कूल जा राजे।आदिवासी समाज की इन्हीं समस्यायो से निजात दिलाने के लिए रक्षाबन्धन पर इस समाज की महिलाओं से रखी बंधवा कर भाई के रूप में तीन वचन लिया था कि अपने परिवार को शिक्षित कर नशे से दूर करते हुए स्वच्छ रखने है ताकि जीवन में खूब तरक्की कर देश व समाज में अपना व अपने परिजनों का नाम रोशन कर सकें।आए हुए अतिथियों को चांदी का तीर कमान देकर सम्मानित किया गया।

Rewa News: त्योंथर में भगवान बिरसा मुंडा गौरव यात्रा का हुआ समापन

ये रहे मौजूद
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य,बबोल कोल, भुअर कोल, शिवाकान्त कोल, लालबहादुर कोल, बुद्धिमान कोल, रमेश कोल,शिवशंकर कोल, सुनील कोल, सुन्दर कोल, मिश्रीलाल कोल, गेंदलाल कोल, राम आसरे कोल, जनपद सदस्य द्वय सन्तोष कोल, सतीश कोल, पटहट सरपंच रामदास कोल, इंजी. विजय कोल सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।