Rewa News: 2 साल में पूरा होना था रीवा-सतना रेललाइन दोहरीकरण कार्य, 9 साल बाद भी अधूरा
2015 से कछुए की चाल से काम, डिप्टी सीएम के निर्देश से जगी उम्मीदें
सतना। विगत वर्ष सतना के सकरिया स्टेशन से हिनौता-रामवन स्टेशन तक रेललाइन दोहरीकरण कार्य पूरा हुआ है, जिसकी लम्बाई 9 किलोमीटर है। ऐसे ही, गत वर्ष सतना के ही कैमा स्टेशन से सकरिया स्टेशन तक 6 किलोमीटर रेललाइन का दोहरीकरण हुआ था। इसके पहले सतना से कैमा 6 किलोमीटर और रीवा से तुर्की 12 किलोमीटर रेललाइन दोहरीकरण का कार्य पूर्ण हो चुका है। इस प्रकार रीवा से सतना के बीच अब तक करीब 33 किलोमीटर रेललाइन का दोहरीकरण हो गया है, जबकि 19 किलोमीटर यानि 40 प्रतिशत के लगभग रेललाइन दोहरीकरण का कार्य शेष है। इस रेललाइन दोहरीकरण कार्य को पूर्ण करने फिर सरगर्मी बढ़ी है।
विगत दिनों कलेक्ट्रेट में उप मुख्यमंत्री ने कलेक्टर के साथ बैठक की थी, जिसमें इस रेलमार्ग के निर्माण को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि गत वर्ष पश्चिम मध्य रेलवे के चीफ ट्रैक इंजीनियर ने निर्माणाधीन ट्रैक का निरीक्षण किया था। उस दौरान पमरे के चीफ ट्रैक इंजीनियर के साथ डिप्टी चीफ कंसट्रक्शन भी मौजूद रहे। दोनों अधिकारियों ने छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर रीवा से सतना तक दोहरीकरण कार्य पूरा करने की बात कही थी। फिर भी निर्माण को गति देने में संबंधित ठेकेदार पीछे रह गए।
रीवा स्टेशन का होगा विकास
रीवा-सतना के बीच रेलालाइन दोहरीकरण पूरा होने के बाद रीवा स्टेशन का विकास और तेजी से हो सकेगा। विंध्य में सीमेंट कारखाने अधिक होने से रेल प्रबंधन को माल ढुलाई से प्राप्त होने वाली आय में वृद्धि होगी। वहीं रीवा स्टेशन से नई यात्री ट्रेन के संचालन की सम्भावना बढ़ेंगी। यहीं नहीं रीवा को जंक्शन के रूप में विकसित करने के अवसर भी बनेंगे।
490 करोड़ बजट आवंटित
पमरे अंतर्गत रीवा-सतना के बीच रेललाइन दोहरीकरण की परियोजना वर्ष 2015 में स्वीकृत हुई थी। इसके लिए रेल मंत्रालय ने 490 करोड़ बजट आवंटित किया। इस दोहरीकरण कार्य के लिए रेल बजट 2024 में 40 करोड़ रुपये आवंटित हुए हैं, जिससे परियोजना को कुछ गति मिलेगी। इसके पूर्व वर्ष 2023 में 55 करोड़, वर्ष 2022 में 21 करोड़, 2021 में 18 करोड़, 2020 रेल बजट में 52 करोड़ और 2018 में 75 करोड़ रूपये में दोहरीकरण हेतु मिले थे।
कछुए की चाल चल रहा कार्य
इस महत्वपूर्ण रेललाइन दोहरीकरण परियोजना के कार्य की पिछले 6 वर्षों से निरंतर अवधि बढ़ाई जा रही है लेकिन काम है कि पूरा होने का नाम नहीं ले रहा। पहले यह कार्य दिसम्बर 2017 में पूरा होना था। साल दर साल कार्य अवधि बढ़ाते हुए अब रेल प्रशासन ने निर्माण के लिए नया लक्ष्य दिसम्बर 2024 दिया है। हालांकि इस अवधि तक में भी दोहरीकरण निर्माण पूरा होने के आसार नहीं हैं।