Rewa News: तेजी से मेडिकल हब बनने की ओर बढ़ रहा रीवा; अलग से बनेगी कैंसर यूनिट, करोड़ों की मशीनें भी स्वीकृत

संभागीय समीक्षा बैठक के दौरान उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने एक बार फिर दिए संकेत 

 | 
rewa

गुड मॉर्निंग, रीवा। रीवा तेजी से मेडिकल हब बनने की दिशा में बढ़ता नजर आ रहा है। इसके पीछे प्रदेश के डिप्टी सीएम व चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल का बड़ा हाथ है। वह अक्सर अपने भाषणों में मेडिकल हब बनाने की बात का जिक्र करते सुने जा सकते हैं। लेकिन अब उनका यह प्रयास फलीभूत होता दिखने लगा है। रीवा स्थित श्यामशाह मेडिकल कॉलेज से संबद्ध संजय गांधी चित्किसालय, गांधी मेमोरियल चिकित्सालय व सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का व्यापक स्तर पर विस्तार किए जाने की तैयारी है। जिसको लेकर भोपाल से एक टीम ने जायजा भी लिया है।

भोपाल की टीम निरीक्षण करने पहुंची 
बीते गुरुवार को भोपाल से आई टीम ने श्याम शाह मेडिकल कॉलेज से संबद्ध सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के साथ ही गांधी मेमोरियल अस्पताल और संजय गांधी अस्पताल का निरीक्षण किया। अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए विकास की अन्य संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया।

सुपर स्पेशलिटी का होगा विस्तार 
ज्ञात हो कि रीवा के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को 400 बिस्तर का बड़ा अस्पताल बनाया जाना है। साथ ही सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में १२ करोड़ की लागत से हाई क्वालिटी एमआरआई मशीन भी स्थापित की जाएगी। जिसके लिए बजट स्वीकृत हो चुका है। इसके लिए भोपाल से आई टीम ने निरीक्षण करते हुए जानकारी एकत्र की है। निरीक्षण के समय मेडिकल कॉलेज के डीन मनोज इंदुरकर, अस्पताल अधीक्षक डॉ राहुल मिश्र के साथ ही अन्य अधिकारी गण मौजूद रहे।

ss

अलग से बनेगा कैंसर अस्पताल 
बताया जाता है कि रीवा मेडिकल कॉलेज परिसर में अलग से कैंसर का अस्पताल बनाया जाएगा। जहां पर रोगियों की बेहतर देखरेख होगी। इस यूनिट में करीब ३३ करोड़ की अत्याधुनिक मशीने इंस्टाल किए जाने की योजना है। जिसके बाद इलाज की गुणवत्ता मे बढ़ोत्तरी होगी। कैंसर अस्पताल खोलने के लिए भोपाल से आई टीम ने स्थान का मूल्यांकन किया है। बता दें किभोपाल से आई टीम निरीक्षण के पश्चात मेडिकल कॉलेज में अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए जानकारी भी एकत्र की।

 

करीब 10 जिलों के लोग आते हैं इलाज कराने
रीवा मेडिकल कॉलेज में विंध्य क्षेत्र के तमाम रोगी इलाज के लिए आते हैं। इस क्षेत्र में कैंसर अस्पताल की अत्यधिक आवश्यकता है। कैंसर का समुचित इलाज न होने की वजह से रीवा, सीधी, सतना, शहडोल, उमरिया, पन्ना सहित करीब १० जिले के रोगियों को इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है। लेकिन रीवा मेडिकल कॉलेज में कैंसर अस्पताल खुल जाने के बाद रोगियों को अत्यधिक सुविधा प्राप्त होगी।