Rewa Airport: आचार संहिता हटते ही शुरू होगा रीवा का हवाई सफर, पहली बार इस शहर के लिए उड़ान भरेगा विमान

लोकार्पण की तैयारियां तेज, भविष्य को ध्यान में रख किया गया है निर्माण 

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रीवा। महानगरों की तर्ज पर रीवा में एयरपोर्ट का निर्माण कार्य लगभग कंप्लीट हो चुका है। संभावना है कि जून मास के आखिरी सप्ताह तक रीवा से भोपाल के लिए उड़ान सेवा प्रारंभ हो जाएगी। तमाम सुविधाओं के साथ साथ इस एयरपोर्ट में पहुंचने के लिए यात्रियों की सहुलियत का विशेष ध्यान रखा गया है। जानकारी के मुताबिक आचार संहिता समाप्त होते ही रीवा एयरपोर्ट लोकार्पित हो जाएगा। पहली उड़ान के लिए भी तैयारियां जोर शोर से की जा रही हैं। 


दरअसल यह विंध्य क्षेत्र का पहला एयरपोर्ट है जिसमें आसपासा के कई जिलों के लोग यात्रा के लिए पहुंचेंगे ऐसे में इसकी व्यवस्था आगामी 50 सालों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। हवाई यात्रा करने वाले यात्री बिना किसी असुविधा के एयरपोर्ट तक पहुंच सकेंगे क्योंकि रीवा में पहले से बनाए गए रिंग रोड के चलते सीधी, शहडोल, से आने वाले सिलपरा से सीधे रिंग रोड होकर एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे। सतना से आने वाले यात्री बेला के पास से रिंग रोड होकर एयरपोर्ट पहुंचेगें।

 

रीवा में एयरपोर्ट बनने से पहले रतहरा से सिलपरा तक रिंग रोड बना। अब सिलपरा से बेला तक का निर्माण कार्य जारी है। जिस चोरहटा हवाई पटटी का उन्नयन हवाई अड्डा के रूप में हुआ उसकी योजना भविष्य को लेकर बनाई। एक साल पहले से रीवा एयरपोर्ट का काम शुरू हुआ और वह पूर्णता की ओर है। इस एयरपोर्ट से आकस्मिक लैंडिंग शुरू हो चुकी है।

 

पहले दिन अयोध्या के लिए भरी जाएगी उड़ान
जानकारी के मुताबिक आचार संहिता समाप्त होते ही रीवा एयरपोर्ट लोकार्पित हो जाएगा। प्रथम दिन यह एटीआर 72 अयोध्या के लिये स्वाना होगा, और भगवान श्रीराम की जन्मस्थली का दर्शन कर अपनी प्रतिदिन की यात्रा भोपाल के लिए शुरू करेगा। इस एटीआर 72 में उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल यात्रियों के साथ अयोध्या में श्रीराम के दर्शन करेगें।


 

इसलिए जरूरी था रीवा एयरपोर्ट
रीवा इंदौर की तर्ज पर आगे बढ़ रहा है। शहरी विकास की रेटिंग एजेंसियां रीवा को संभावनाओं का महानगर बता रहे हैं। इन्ही सबके आधार पर रीवा एयरपोर्ट विन्ध्य के उक्त उड़ान के लिए स्वर्णिम पंख लगाने के लिए जरूरी था। माना जा रहा है कि रीवा एयरपोर्ट आने वाले समय में उत्तर भारत के बड़े एयरपोर्ट में अपना नाम दर्ज कराएगा। 


दरअसल रीवा व उसके आसपास कई ऐसे स्थान, संस्थान हैं जिनकी वजह से एयरपोर्ट गुलजार रहेगा। यात्रियों का आना-जाना बना रहेगा। सिंगरौली का पावर प्लांट, विन्ध्य की 29 बड़ी इकाइयां, बेहतरीन हाइवे, मुकंदपुर जहां पर सफेद बाघ देखने लोग आ जा रहे हैं। बांधवगढ़, और संजय पार्क, एशिया का सबसे बड़ा सोलर पॉवर प्लांट, खूब सूरत प्रपातों की लंबी श्रृंखला, भगवान श्रीराम का तपोवन उत्तर चित्रकूट, मैहर की मां शारदा और सीमेंट के बड़े-बड़े उद्योग। नागपुर की तरह मेडिकल फैसलिटी विस्तारित हो रही है। बाणसागर का पानी किसानों की माली हालत में सुधार ला रहा है। अब वह दिन भी दूर नही जब हवाई चप्पल वाले भी हवाई जहाज से यात्रा करेगें।

 

फैक्ट फाइल
- चारो तरफ की सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण 
- 6 वॉसटावर एवं नाईट लैंडिंग के टॉवर का निर्माण कार्य भी पूर्ण हवाई पट्टी वेसिक स्ट्रिक भी बनकर तैयार एटीसी टॉवर जो हवाई जहाज को उतरने में कंट्रोल करता है कि उसे कहां पर उतारना है इसका निर्माण कार्य 70 फीसदी पूर्ण। एक साथ उतर सकेंगे दो विमान, नाइट लैंडिंग की रहेगी सुविधा।
- एयरपोर्ट रकवे का क्षेत्रफल 306 एकड़ 
- प्रथम फेज में प्रोजक्ट की लागत 100 करोड़ 
-1800 मीटर रन वे का निर्माणकार्य पूरा 
- साढ़े सात किमी की सुरक्षा के लिये बनाई बाउडीवाल 


 

भविष्य की प्लानिंग कर बनाया गया एयरपोर्ट
हवाई यात्रा करने वालों के मुताबिक जिस भी शहर में एयरपोर्ट है ज्यादातर लोगों को बीच शहर से घुसकर जाना पड़ता है जिसके कारण लोगों को परेशानी भी उठानी पड़ती है। और कभी-कभार तो अगर समय से पहले आदमी न निकले तो जाम के चलते हवाई जहाज छूट भी जाता है। रीवा से प्रयागराज जाकर हवाई यात्रा करने वालों ने बताया कि जो गलती वहां हुई उसे रीवा ने पकड़ ली और उससे सबक लिया तथा आगे पचास साल आगे की प्लानिंग किया।

 

इस तरह पहुंचेंगे
- सीधी-सिंगरौली के फ्लायर जो गुढ़ तरफ से आएंगे वे लोही के पास से बने रिंग रोड होकर एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे।
- सीधी सिंगरौली के फ्लायर जो गोविंदगढ़ की ओर से आएंगे वे सिलपरा से रिंग रोड होकर एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे।
- सतना, मैहर, नागौद, पन्ना के फ्लायर बेला से सीधे रिंग होकर एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे। 
- शहर के फ्लायर अपनी सुविधा के मुताबिक बायपास और रिंग रोड से एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे।


 

फ्लाइट कैलिब्रेशन किया गया
 रीवा एयरपोर्ट में घने कोहरे एवं अंधेरी रात में भी लैंडिग की जा सकेगी। इसलिए शुक्रवार को इन सब तैयारियों के मद्देनजर इंस्टूमेन्टेशन लैंडिंग हेतु फ्लाइट कैलिब्रेशन किया गया। बताया गया है कि इस फ्लाइट कैलिब्रेशन से यह तय हो जाएगा कि घने कोहरे और रात में फ्लाइट लैंडिंग की जा सकेगी या नहीं। इसकी रिपोर्ट बनाई जाएगी।
 
 
 

एटीआर 72 उड़ाने भरने को तैयार
सूत्रों के मुताबिक जिस एटीआर 72 को रीवा से भोपाल के लिये अभी शुरूआती दौर में उड़ान भरनी है वह बनकर तैयार है। उड़ान एजेंसी का टेंडर भी हो चुका है। शुक्रवार को इंस्ट्रूमेन्टेशन लैंडिंग हेतु फ्लाइट कैलिब्रेशन किया गया। अब आचार संहिता हटते ही रीवा की आसमानी उड़ान संभव हो जाएगी।