Sidhi News: 7 नहीं... दरिंदों ने 25 लड़कियों-महिलाओं को बनाया हवस का शिकार!, सीधी हुआ शर्मसार

फास्ट ट्रैक कोर्ट में जा सकता है मामला, पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी उठे सवाल 

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सीधी। जिले के मझौली में कई महिलाओं और युवतियों के साथ दुष्कर्म का मामला पुलिस के सामने 16 मई को ही आ गया था। इस मामले में जब दूसरी शिकायत हुई, तब पुलिस गंभीरता के साथ सक्रिय हुई। इसके बाद इन आरोपियों से पीड़ित छात्राओं और युवतियों की लगातार शिकायतें आना शुरू हुई, लगातार मिल रही शिकायतों के बाद जिले की पुलिस में हड़कंप मच गया। आनन फानन में पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की और इस मामले के खुलासे में लग गई। इसके बाद भी पुलिस को इस पूरे मामले में आरोपियों तक पहुंचने में सात दिन से अधिक का समय लग गया। इधर पुलिस ने दो और आरोपियों को देर रात हिरासत में ले लिया है। उन्हें रविवार को अदालत में पेश किया जाएगा। अब तक इस मामले के मुख्य आरोपी बृजेश सहित चार आरोपियों को पुलिस पकड़ चुकी है।

सूत्रों की मानी जाए तो इस मामले में मझौली थाने में पहली शिकायत 16 मई को हुई थी। इस शिकायत पर पुलिस कोई कार्रवाई करती, उससे पहले ही 18 मई को दूसरी शिकायत थाना पुलिस को मिली। इसके बाद अगले दिन फिर से एक अन्य युवती ने इस संबंध में शिकायत की। एक के बाद एक तीन शिकायतें होने पर आईजी, डीआईजी, एसपी सभी हरकत में आए।। । इन शिकायतों पर मामला दर्ज किया गया। इसके बाद आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने इस मामले को लेकर चुरहट थाने में विवेचकों की एक बैठक की। जिसमें उन्होंने इस मामले को लेकर अफसरों को निर्देश दिए और उसके बाद आरोपियों की धरपकड़ शुरू की गई। पुलिस आरोपियों तक पहुंची और उसके बाद इस पूरे मामले से पर्दा उठ सका।

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शातिर बदमाश नहीं कर रह पूछताछ में खुलासा
इस मामले में चार दिन के पुलिस रिमांड पर चल रहे बृजेश प्रजापति और उसका साथी पुलिस को पूछताछ में ज्यादा सहयोग नहीं कर रहे हैं। पुलिस को इन्होंने बताया कि पिछले दो महीने से यह काम कर रहे हैं, लेकिन पुलिस को अंदेशा है कि यह काम पिछले पांच महीने से ज्यादा से चल रहा है। महिलाएं, युवतियां लोक लाज के कारण शिकायत करने से बच रही थी। अब तक इन्होंने 7 महिलाओं, युवती और छात्राओं से दुष्कर्म करने की बात कबूल की है। जबकि पुलिस को अंदेशा है कि इन्होंने इस तरह की 25 वारदातें की हैं। इनके दो और साथियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

फास्ट ट्रैक कोर्ट में जा सकता है मामला
शासन ने इस मामले में एसआईटी का गठन किया है। जो सात दिन के अंदर इस मामले की जांच के साथ ही री सभी साक्ष्य जुटाएगी। इस मामले में आरोपियों को जल्द सजा मिल सके, इसके प्रयास पुलिस की ओर से हो सकते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि पुलिस अफसर इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने का प्रयास कर रहे है, ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिल सुके। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ पाक्सो एक्ट थी. के तहत भी प्रकरण दर्ज किया गया है। यदि पीडित और सामने आए तो उनकी शिकायतों पर भी पुलिस अब तेजी है. से कार्यवाही करेंगी