Singrauli News: सिंगरौली में 'बुलेट राजा' पर फिर कसने लगा 'विद्यावारिधि' का शिकंजा, एक ही दिन में पकड़ी 14 बुलेट
मॉडीफाई साइलेंसर लगाने वालों के विरुद्ध सिंगरौली यातायात पुलिस ने की कार्रवाई

सिंगरौली। ऊर्जाधानी में एक बार फिर यातायात प्रभारी विद्यावारिधि तिवारी और उनकी टीम ने बुलेट मोटर साइकिल में मोडिफाइड साइलेंसर लगाकर आम लोगों की फजीहत का सबब बनने वालों और यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाने वालों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इससे पहले भी कुछ दिनों पूर्व पुलिस ने मॉडिफाई साइलेंसर लगाने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ा था।
बताया गया है कि पुलिस अधीक्षक सिंगरौली निवेदिता गुप्ता के मार्गदर्शन में तेज आवाज में चलने वाले बुलेट चालकों के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। जिसके परिपालन में गत दिवस शहर के विभिन्न स्थानों पर यातायात पुलिस द्वारा वाहन चेकिंग लगाकर 14 बुलेट मोटरसाइकिल जिसमें मॉडिफाई साइलेंसर लगवा कर शहर के अंदर तेज आवाज में चलने वाले चालकों के विरुद्ध चलानी कार्यवाही के साथ मॉडीफाई साइलेंसर निकलवाने की कार्यवाही की गई।
यातायात नियमों के अनुसार, आबादी वाले क्षेत्र में बुलेट के साइलेंसर से निकलने वाली आवाज को 55 से 60 डेसिबल तक सामान्य माना जाता है और किसी भी बाइक से निकलने वाली आवाज 60 डेसिबल से कम ही होनी चाहिए, लेकिन जब साइलेंसर बदलते हैं तो बाइक की आवाज 100 डेसिबल से भी ज्यादा का ध्वनि प्रदूषण करती है, जो गैरकानूनी है।
जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में इनफील्ड व अन्य कम्पनियों के बुलेट मोटरसाइकिल में कंपनी की ओर से लगाए गए मानक ध्वनि सीमा के साइलेंसर को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा बुलेट के साइलेंसर के साथ छेड़छाड़ व मॉडिफाई करते हुए उसकी ध्वनि को तेज व कर्कश करते हुए तेज गति से सड़क पर चलाया जा रहा है। इससे बुलेट चालको द्वारा ध्वनि प्रदूषण फैलाने के साथ-साथ आम राहगीरो को परेशानी में डाला जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक मॉडिफाई साइलेंसर वाली बुलेट मोटर साइकिल की हमेशा ही कर्कश आवाज से दुर्घटना की संभावना भी बनी रहती है। जिस क्षेत्र की सड़क पर ऐसे कर्कश ध्वनि वाले साइलेंसर से निकलने वाली आवाज की बुलेट व बाइक मिलती है तो ऐसे चालकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी और ध्वनि प्रदूषण व मोटर व्हीकल अधिनियम की धाराओं तहत कार्यवाही की जावेगी।
इनका कहना है-
वाहन चालकों को मोटर व्हीकल एक्ट का पालन औषधि की तरह करना चाहिए। मॉडिफाई साइलेंसर से उपजा ध्वनि प्रदूषण लोगों के लिए नुकसानदायक है। इसलिए मॉडिफाई साइलेंसर का उपयोग गैरकानूनी भी है और अनैतिक भी है। लोगों को ऐसे कृत्य से बचना चाहिए।
-विद्यावारिधि तिवारी, यातायात प्रभारी- सिंगरौली