Singrauli News: अस्पताल गई एएनएम के घर दिनदहाड़े घुसे चोरों ने उड़ाया लाखों का माल

बदमाशों ने थाना प्रभारी विहीन कोतवाली पुलिस को दी खुलेआम चुनौती

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सिंगरौली।  प्रभारी विहिन कोतवाली की कानून व्यवस्था इन दिनों भगवान भरोसे चल रहा है। आए दिन लगातार नए-नए कारनामे कोतवाली क्षेत्र में सुनने व देखने को मिल रहे हैं। लेकिन कोतवाली पुलिस हाथ पर हाथ धर कर बैठी हुई है। मंगलवार की दोपहर पुराने हास्पिटल कॉलोनी में एक एएनएम रागिनी तिवारी के कमरे अज्ञात बदमाशों ने निशाना बनाते हुए किचन की दीवार तोड़ कर सोने चांदी के जेवरात समेत नगदी पार कर दिए। इधर पुलिस फरियादिया की शिकायत पर मौके पर पहुंचते हुए घटना स्थल का मुआयना कर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर जांच पड़ताल में जुट गई है।

 पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल सह ट्रामा सेंटर में पदस्थ रागिनी तिवारी रोज की तरह मंगलवार को भी अपने आवास का ताला बंद कर ड्यूटी गई हुई थी। जब शाम को ड्यूटी से वापस आई तो घर के अंदर किचन में गई तो इधर.उधर पड़े सामान को देख  दंग रह गई। अज्ञात बदमाशों ने किचन का दिवाल तोड़कर घर के अंदर घूसकर सोने.चांदी के जेवरात सहित नगदी पार कर फरार हो गए थे। फरियादिया ने आनन-फानन में कोतवाली पहुंच चोरी की शिकायत दर्ज कराई। फरियादिया की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ  मामला दर्ज करते हुए जांच पड़ताल में जुट गई है। इधर इस बात की भी चर्चा है कि सीएसपी भी अपराधों पर अंकुश नही लगा पा रहे हैं।  


शहर और गांव में दहशत का माहौल
कोतवाली में पहले ही अपराध बढ़े थेए अब तो हद हो गई है। पिछले एक महीने पर गौर करें तो अपराधी खुलेआम अपराधों को अंजाम देने लगे है। इससे शहर और गांव में दशहत फैल गई है। हर किसी के मन में यह डर बन गया है कि कही सड़क पर निकले तो कोई उनको लूट न ले। कही दिन दहाड़ेे उनकी हत्या न हो जाए। यह सोचकर हर कोई सहमा हुआ है। थाने की पुलिस केवल वसूली में मस्त है। अपराध रोकने पर उसका कोई ध्यान नहीं है।


थाना प्रभारी विहीन क्षेत्र में अपराध का बढ़ा ग्राफ
कोतवाली क्षेत्र में दिन प्रतिदिन क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। अपराध  कंट्रोल किए जाने में कोतवाली पुलिस नाकाम साबित हो रही है। हत्या, लूटए चोरी, सहित रेत का अवैध कारोबार की घटनाओं ने आम जनता का जीना दुश्वार कर दिया है। हर दिन कोई न कोई घटना हो रही है। इन पर अंकुश लगाने में पुलिस पूरी तरह से असफल साबित होती नजर आ रही है। कई बार व्यापारियों ने आंदोलन की चेतावनी दी। लेकिन पुलिस अपना पुराना ढर्रा अपनाए हुए हैं।