Singrauli News: सिंगरौली में नपानि के हैंडपंप संबंधी सामग्री खरीदी में हुआ बड़ा घोटाला

जांंच में चला पता, नपानि के स्टोर में मिली भारी गड़बड़ी

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सिंगरौली। नगर पालिक निगम सिंगरौली में भ्रष्टाचार कितनी गहरी जड़ें जमा लिया  है। इसका पता लगाना सबके बस की बात नही रह गई है। ऐसा ही सनसनीखेज मामला सेन्ट्रल स्टोर की वर्ष 2023-24 की जांच के दौरान सामने आया है। जहां जीआई पाइप की कीमत रातों रात शेयर मार्केट की तरह बढ़ गई और उसे नगर निगम में खरीदकर भुगतान भी कर दिया। यह सामग्री हैंडपंपों से जुड़ा हुआ है।


यहां बताते चले की नगर पालिक निगम सिंगरौली की साधारणसभा की बैठक 11 मार्च 2024 को संपन्न हुई थी। जहां नगर निगम के सेन्ट्रल स्टोर की जांच के लिए पार्षदों ने जोर शोर से मुद्दा उठाते हुये संयुक्त रूप से परिषद अध्यक्ष देवेश पाण्डेय को शिकायती पत्र सौंपा था। जिस पर आयुक्त ने सेन्ट्रल स्टोर की जांच के लिए 6 सदस्यीय टीम नियुक्त किया। जिसमें कार्यपालयन यंत्री व्हीपी उपाध्याय, उपायुक्त  आरपी बैस, सहायक यंत्री रत्नाकर गजभी, सहायक यंत्री प्रवीण गोस्वामी, उपयंत्री विपिन तिवारी एवं सहायक ग्रेड-2 राकेश शर्मा को शामिल किया गया। सूत्र बतातें  हैं कि जांच टीम ने सेन्ट्रल स्टोर की वर्ष 2023-24 की जांच किया। प्रथम दृष्टया में हैंडपंपों से हुड़े सामग्री जीआई पाइप 32 एमएम, हैंडपंप बैरिंग, हैंडपंप साकेट, अपर वाल्व, लिंक रॉड, सेन्टर पिन, लोवर वाल्व की खरीदी की गई।


 बताया जाता है कि सामग्री खरीदी में एक ही वित्तीय वर्ष के अन्दर एक ही प्रकार की सामग्री की दरों में भारी अंतर पाया गया है। आलम यह है कि जीआई पाइप 32 एमएम 1125 मी. कीमत 182 रूपये प्रति मीटर 1 अगस्त 2023 को मे सारीफ के यहां से खरीदी की गई थी। वही उक्त पाइप 5 हजार मीटर 205 रूपये प्रति मीटर की दर से 31 अक्टूबर 2023 को मेसर्स शिव कॉन्ट्रक्सन से खरीदी की गई। ठीक दूसरी रात 1 नवम्बर को शिव कॉन्ट्रक्सन से ही 5 हजार की संख्या में 805 रूपये की दर से खरीदी की गई। रातों रात जीआई पाइप की कीमत में चार गुना कीमत मे वृद्धि किये जाने को लेकर सामग्रियों की खरीदी करने वाले स्टोर प्रभारी व उपयंत्री पीके सिंह, सहायक यंत्री दिनेश तिवारी एवं उपयंत्री अनुज सिंह समेत लिपिक की भूमिका संदिग्ध है। आरोप है कि ननि के उक्त अमले ने उक्त सामग्रियों की खरीदी करने में भारी भ्रष्टाचार किया है।


इन सामग्रियों की खरीदी में हुई हेराफेरी
सूत्र बताते हैं कि हैंडपंप के सामग्री के खरीदी में व्यापक पैमाने पर हेराफेरी करने की शिकायतें जांच में मिली हैं। जिसमें जीआई साकेट में 67500, लोवर वाल्व में 20992, अपर वाल्व में 869520, लिंक रॉड साकेट, हैंडपंप चैन, 762440, वाटर चेम्बर 97645, कनवर्सन हेड 204335,बॉडी नट बोल्ट 63500, टेस्टर 33000, प्लास 89800, रॉड डाई 294000, हैंडपंप बैरिंग 100000 जैसे सामग्रियों के क्रय में भारी अंतर मिला है। जबकि अधिकांश सामग्री शिव कॉन्ट्रक्सन से ही क्रय किया गया है। इसपर भी तरह-तरह के सवाल खड़े किये जा रहे हैं कि शिव कॉन्ट्रक्सन को इतने ज्यादा निविदा कैसे हासिल हो गई और इसी फर्म के द्वारा एक ही सामग्रियों के क ीमत में चन्द दिनों में चार गुना अन्तर कैसे दिया। यह अपने आप में ही बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।


दस-बीस लाख नहीं, करोड़ों रुपए का हुआ खेल
नगर निगम के सेन्ट्रल स्टोर में पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में सामग्रियों के खरीदी में व्यापक पैमाने पर अनियमितता किये जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं। जांच कमेटी का आरोप है कि सेन्ट्रल स्टोर प्रभारी पीके सिंह, सहायक यंत्री दिनेश तिवारी एवं उपयंत्री अनुज सिंह सहित अन्य लिपिक ने सामग्रियों के क्रय करने में भारी गोलमाल करते हुये नगर निगम को करोड़ों रूपये का चूना लगाया है। इसमें पूर्व में पदस्थ कमिश्नर सतेन्द्र सिंह धाकरे इसके अहम किरदार थे। जिनके इशारों-इशारों में ही 1 साल में ही कई करोड़ों रूपये का खेला हो गया। जांच टीम अभी फाइनल नतीजे पर नही पहुंची हैं। लेकिन जांच के दौरान कई ऐेसे सबूत हाथ लगे हैं। जिसको सून कर हर कोई दातों तले उंगली दबाने के लिए मजबूर हो जाएंगे।