ऑक्सीजन नहीं मिलने से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 3 माह के बच्चे की गई जान, बवाल

गुड मॉर्निंग डिजिटल। अनूपपुर। जिले के कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लापरवाही के चक्कर में मासूम की जान चली गई। परिजनों ने अस्पताल स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बताया जा रहा है कि ग्राम पैरीचुआ निवासी 35 वर्षीय रमेश केवट अपने ३माह के बेटे को लेकर इलाज के लिए कोतमा निजी चिकित्सालय पहुंचे। जहां
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ऑक्सीजन नहीं मिलने से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 3 माह के बच्चे की गई जान, बवाल

गुड मॉर्निंग डिजिटल।
अनूपपुर। जिले के कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लापरवाही के चक्कर में मासूम की जान चली गई। परिजनों ने अस्पताल स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बताया जा रहा है कि ग्राम पैरीचुआ निवासी 35 वर्षीय रमेश केवट अपने ३माह के बेटे को लेकर इलाज के लिए कोतमा निजी चिकित्सालय पहुंचे। जहां डॉक्टर ने बच्चे को ऑक्सीजन लेवल कम होना बताया और उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा में ले जाने की सलाह दी।

स्टाफ पर लापरवाही के आरोप
जिसके बाद दोपहर 12 बजे बच्चे को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा पहुंचे और बच्चे को ड्यूटी डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने तुरंत ही बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए अस्पताल के स्टाफ को बच्चे को ऑक्सीजन मास्क लगाने की बात कही, लेकिन स्टाफ मौजूद ना होने के कारण बच्चे को ऑक्सीजन सही समय पर नहीं मिल पाया। जिसके कारण 3 महीने के बच्चे की मौत हो गई। बच्चे का पिता फूट-फूटकर रोता रहा और अस्पताल प्रबंधन देखता रहा। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने समय पर इलाज नहीं किया इसलिए नवजात की मौत हो गई। अगर लापरवाही न होती तो बेटा जिंदा होता। इस घटना से परिजन आक्रोशित नजर आए वहीं अस्पताल प्रबंधन अपना बचाव करता रहा। कोतमा बीएमओ केएल दीवान ने कहा कि जब नवजात शिशु को इलाज हेतु अस्पताल लाया गया था उससे पूर्व ही नवजात की मौत हो गई थी।

सीएमएचओ से जांच की मांग
इधर लोगों मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनूपपुर डॉक्टर एस सी राय से अस्पताल प्रबंधन में हो रही लापरवाही की जांच की मांग की है। लोगों का कहना है कि आए दिन लापरवाही के कारण मरीजों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अभी कुछ दिन पूर्व ही प्रसूता नवजात बच्चे को जन्म दिया था। जहां उसके लिए अस्पताल में एक बूंद भी पानी नहीं था। जिस पर मरीजों ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एस सी राय से इसके बारे में शिकायत की थी। तब तत्काल पानी की व्यवस्था कराई गई थी ।