Rewa News: रीवा में औषधीय पौधों की खेती और उद्यानिकी फसलों से चमकेगा विन्ध्य के किसानों का भाग्य

डिप्टी सीएम ने रीजनल इंवेस्टर्स मीट की तैयारियों की समीक्षा की, कहा- विन्ध्य में औद्योगिक विकास के लिए अच्छे अवसर हैं

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रीवा। कमिश्नर कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में उप मुयमंत्री डॉ.राजेन्द्र शुक्ल ने 23 अटूबर को प्रस्तावित रीजनल इन्वेस्टर्स मीट के तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में उप मुयमंत्री ने कहा कि विन्ध्य में प्राकृतिक संसाधन भरपूर हैं। यहाँ अधोसंरचना का तेजी से विकास हुआ है। विन्ध्य में औद्योगिक विकास की प्रबल संभावनाएं हैं। इन्वेस्टर्स मीट से पूरे क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी। बाणसागर बांध का निर्माण पूरा होने तथा संभाग भर में नहरों से सिंचाई की सुविधा मिलने से कृषि में तेजी से विकास हुआ है।

कृषि आधारित उद्योगों की अपार संभावना है। औषधीय पौधों की खेती और उद्यानिकी फसलों से विन्ध्य के किसानों का भाग्य चमकेगा। बैठक में उप मुयमंत्री ने कहा कि रीवा और शहडोल संभाग के सभी जिलों में उद्योगों की स्थापना के लिए पर्याप्त जमीन, पानी की उपलधता तथा पर्याप्त संया में श्रमिक उपलब्ध हैं। यहाँ निवेश करने वाले उद्यमियों को हर संभव सहायता दी जाएगी। यहाँ के वनों में हजारों औषधीय पौधे उपलध हैं। वनोपज संग्रहण समितियों के माध्यम से इनका संग्रहण किया जा रहा है।


विकसित हो रहे 5 नए औद्योगिक केन्द्र बैठक में कमिश्नर बीएस जामोद ने कहा कि इन्वेस्टर्स मीट के लिए लगातार तैयारियाँ की जा रही हैं। सभी जिलों में औद्योगिक विकास केन्द्रों के निर्माण के लिए लगभग एक हजार हेटेयर जमीन सुरक्षित कर ली गई है। औद्योगिक विकास के लिए पाँच हजार हेटेयर जमीन का भूमि बैंक बनाया जा रहा है। संभाग में पाँच नए औद्योगिक केन्द्र विकसित किए जा रहे हैं। बैठक में एमपीडीआईसी के कार्यकारी निदेशक यूके तिवारी ने इन्वेस्टर्स मीट की तैयारियों की बिन्दुवार जानकारी दी।


ये रहे उपस्थित 
बैठक में बालाजी वेपर्स के प्रतिनिधि उमंग पटेल, पतंजलि ग्रुप के प्रतिनिधि संजीव जुत्सी तथा वैद्यनाथ ग्रुप के धीरेन्द्र गुप्ता ने विन्ध्य में निवेश की संभावनाओं के संबंध में जानकारियाँ दी। बैठक में अध्यक्ष नगर निगम डॉ.व्यंकटेश पाण्डेय, कलेटर श्रीमती प्रतिभा पाल, अपर कमिश्नर अरूण परमार, वन मण्डलाधिकारी अनुपम शर्मा, कृषि महाविद्यालय के डीन संत कुमार त्रिपाठी, डीन आयुर्वेद कालेज दीपक कुलश्रेष्ठ तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। संभाग के अन्य जिलों के कलेटर तथा अन्य अधिकारी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।