Rewa News: रीवा में बेलगाम हुए स्टाम्प वेंडर्स, 10 रूपए का स्टाम्प 200 रूपए में!
छोटे स्टाम्प का टोटा; शपथ पत्र, अनुबंध पत्र, किरायानामा बनवाने में लुट रहा आम आदमी; ई-स्टाम्प सर्विस प्रोवाइडर भी ले रहे ज्यादा पैसे
रीवा। रीवा में स्टाम्प वेंडर मनमाने दाम पर स्टाम्प की बिक्री कर रहे हैं। स्टाम्प वेंडर की लूट का शिकार सबसे ज्यादा विद्यार्थी, युवा वर्ग हो रहा है। दरअसल, छोटे स्टाम्प का उपयोग संख्या के लिहाज से ज्यादा है और शपथ पत्र, अनुबंध पत्र, किरायानामा इत्यादि छोटे स्टाम्प में ही बनाए जाते हैं। विद्यार्थियों, युवाओं को अपने अध्ययन, नौकरी के आवेदनों आदि के लिए इन स्टाम्प की आए दिन आवश्यकता पड़ती है। वैसे व्यापारियों, आमलोगों को भी छोटे स्टाम्प महंगे दामों पर रीवा में खरीदने पड़ रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, रीवा शहर में कलेक्ट्रेट परिसर के आसपास अवैध रूप से अतिक्रमण कर दुकान चलाने वाले स्टाम्प वेंडर आम जनमानस खासकर विद्यार्थियों और युवा वर्ग को लूटने पर आमदा हैं। जानकारी के मुताबिक ये स्टाम्प वेंडर दोगुने से भी ज्यादा मूल्य लेकर जरूरतमंदों को स्टाम्प दे रहे हैं। मजे की बात यह है कि यह सारा खेल कलेक्टर सहित जिले के तमाम आला अधिकारियों की नाक के नीचे हो रहा है।
स्टाम्प वेंडरों की लूट का शिकार लोगों की मानें तो इन दिनों 10, 20, 50 रूपए का एक स्टाम्प 150 से 200 रूपए तक मनमाने रेट पर बेंचा जा रहा है। वजह पूछने पर स्टाम्प बेंचने वाले कहते हैं कि विगत 6 माह से उन्हे कोषालय से स्टांप ही नहीं मिल रहा है। वहीं कई स्टाम्प वेंडर सीधे स्टाम्प देने की बजाय पूरा ठेका लेने लगे हैं। इस ठेके में स्टाम्प, टायपिंग खर्च और नोटरी कराने का खर्च भी शामिल रहता है। इस तरह की ठेकेदारी से पीड़ित छात्र अंकित कुशवाहा ने बताया कि उसे सोनी स्टाम्प वेंडर ने 50 रूपए के स्टाम्प में शपथ पत्र के लिए 350 रूपए चार्ज किए।
वहीं ई स्टाम्प देने वाले भी लूट मचाए हुए हैं। पीड़ितों के मुताबिक, कितनी भी राशि का ई-स्टाम्प लिया जाए ई-स्टाम्प सर्विस प्रोवाइडर प्रति स्टाम्प 30 से लेकर 100 रूपए तक अतिरिक्त चार्ज करते हैं और सर्वर न चलने का बहाना लेकर आम जनमानस को घंटों बैठाए रखते हैं। इस संबंध में जब गुड मॉर्निंग ने रीवा जिला कोषालय अधिकारी आरडी चौधरी से बात की तो उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों में कार्यवाही जिला पंजीयक कार्यालय करता है, हमारा काम केवल स्टाम्प वेेंडर्स को स्टाम्प मुहैया कराना है। जब गुड मॉर्निंग ने इस मामले पर जिला पंजीयक श्रीमती संध्या सिंह से बात करनी चाही तो उनका मोबाइल फोन नो रिप्लाई गया।
इनका कहना है-
मैं एक शपथ पत्र बनवाने जिला पंचायत के बगल में, कलेक्टर कार्यालय गेट के पास एक वेंडर के पास गया था जहां मुझे 50 रूपए का स्टाम्प दो सौ रूपए दिए जाने की बात कही गई। बाद में मुझे काफी रिक्वेस्ट के बाद 50 रूपए का स्टाम्प 150 रूपए में मिला।
- रामनारायण दीक्षित, नेहरू नगर, रीवा
मुझे एक शपथ पत्र बनवाने के लिए 50 रूपए का स्टाम्प चाहिए था, जिला पंचायत गेट के पास पार्किंग की एंट्री पर स्थित स्टाम्प विके्रता से मैंने यह स्टाम्प मजबूरी में 250 रूपए में लिया। बहुत सख्त आवश्यकता थी। स्टाम्प बेचने वाले ने बताया कि पिछले ६ माह से ट्रेजरी से स्टाम्प नहीं मिल रहा है। इसलिए इतना मंहगा है।
-आकिब खान, घोघर, रीवा
स्टाम्प बेचने वालों से सौ रूपए का स्टाम्प देने के बजाय 50 रूपए के दो स्टाम्प 400 रूपए में दिए जाने की बात पर मैंने ऑनलाइन स्टाम्प 50 रूपए ज्यादा देकर निकलवाया। याने 150 रूपए में मुझे 100 रूपए का स्टाम्प मिला। यह सरासर लूट है।
-विनोद दुबे, अधिवक्ता, जिला न्यायालय रीवा
जल्द ही दूर होगी समस्या
स्टांप वेंडरों के लिए समय पर छोटे स्टाम्प जारी किए जाते हैं। वर्तमान में लोकसभा चुनाव के चलते जरूर स्टाम्प की अनुपलब्धता है। स्टाम्प जबलपुर कार्यालय से मंगाए जाते हैं। पहले चरण में वहां चुनाव था। जिसके बाद दूसरे चरण में रीवा में मतदान था। जिसके चलते आने में देरी हुई है। जल्द ही वहां के अधिकारियों से समय लेकर स्टाम्प मंगा लिए जाएंगे।
- आरडी चौधरी, वरिष्ठ कोषालय अधिकारी