Rewa News: रीवा की मेडिकल हब बनने की राह आसान, 100 करोड़ से अधिक निर्माण कार्य बदल देंगे स्वास्थ्य क्षेत्र की दिशा-दशा

आचार संहिता हटते ही शुरू होंगे निर्माण, नया ओपीडी, क्रिटिकल केयर सेंटर, सुपर स्पेशलिटी का विस्तार सहित और भी बहुत कुछ  

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medical hub

रीवा। रीवा को मेडिकल हब बनाने की दिशा में तेजी से काम हो रहे हैं। संजय गांधी अस्पताल में 100 करोड़ से भी अधिक के काम होने हैं। हालांकि आचार संहिता लगने के कारण प्रोजेक्ट लटक गए हैं। लोकसभा चुनाव खत्म होते ही नए प्रोजेक्ट शुरू हो जाएंगे। इन नए प्रोजेक्ट के शुरू होने से रीवा के चिकित्सा क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। कैंसर से लेकर हर मर्ज का इलाज यहीं पर होगा। नए भवनों के साथ ही मशीनरी भी स्थापित करने की तैयारी

ज्ञात हो कि संजय गांधी अस्पताल में कई निर्माण कार्य होने हैं। करोड़ों रुपए का बजट स्वीकृत हो चुका है। जगह और निर्माण एजेंसी दोनों फाइनल हो चुकी है।। अब सिर्फ टेंडर और निर्माण की प्रक्रिया शेष बची है से टीम ने रीवा पहुंच कर निरीक्षण भी कर लिया है। कार्ययोजना भी लगभग तैयार हो चुकी है। अब सिर्फ निर्माण कार्यों के शुरू होने का ही इंतजार है। लोकसभा चुनाव के कारण आचार संहिता लगी हुई है। इसके खत्म होते ही निर्माण भी शुरू कर दिया जाएगा।

श्याम शाह मेडिकल कॉलेज परिसर में ही 26 करोड़ की लागत से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के पीछे नया भवन का मिर्माण किया जाएगा। 40 करोड़ की लागत से नया ओपीडी भवन भी प्रस्तावित है। इसके अलावा करोड़ों की लागत से मंचारियों के लिए भी बहुमंजिला भवन का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए भी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं।


 

ट्रामा सेंटर का होगा निर्माण
वर्तमान में जिस जगह पर ओपीडी संचालित की जा रही है। उसी जगह पर ट्रामा सेंटर और एमरजेंसी मेडिसिन का संचालन किया जाएगा। इस बिल्डिंग का कायाकल्प किया जाएगा। कायाकल्प कर उसे ट्रामा सेंटर के हिसाब से बनाया जाएगा। ट्रामा सेंटर के लिए सारी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।

5 मंजिला बनाया जाएगा
गांधी स्मृति चिकित्सालय का भवन काफी पुराना है। यह अब जर्जर हालत में पहुंच चुका है। इसे डिस्मेंटल कर आधे हिस्से में नई ओपीडी बिल्डिंग बनाई जाएगी। यह बिल्डिंग ग्राउंड फ्लौर के अलावा 5 मंजिला ऊपर बनाई जाएगी। इसी में ओपीडी शिफ्ट किया जाएगा। इस ओपीडी के निर्माण में करीब 40 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। यह बिल्डिंग पूरी तरह से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी।


 

गायनी और शिशु रोग के लिए अलग बिल्डिंग
वर्तमान में जिस जीएमएच की बिल्डिंग में गायनी और शिशु रोग विभाग संचालित किया जा रहा है। उसे यहां हटा दिया जाएगा। इसके लिए अलग से भवन का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए जगह भी तय कर लिया गया है। जीएमएच के पीछे खाली पड़ी जगह पर हो इसका निर्माण किया जाएगा। जिस जगह पर पुराना पीडब्लूडी कार्यालय का उसके एक हिस्से में जी प्लस टू भवन बनाया जाएगा। इसी में दोनों विभाग को शिफ्ट किया जाएगा।


 

16 करोड़ से बन रहा क्रिटिकल केयर ब्लाक
भारत सरकार द्वारा संचालित परियोजना प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत स्वीकृत क्रिटिकल केटार ब्लाक 16.63 करोड़ की लागत से बन रहा है। यहां पहले प्रथम तल पर कैंसर यूनिट स्थापित की जानी थी लेकिन मशीनरी भारी भ ही कैंसर यूनिट बनाया जाएगा। अत्याधुनिक अधोसंरचनायुक्त कैंसर यूनिट का निर्माण शुरू हो गया है। कैंसर यूनिट के निर्माण में संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय में स्थित कैंसर यूनिट सीसीबी में प्रतिस्थापित की जाएगी। यहां के लिए करीब 31 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं। इसके माध्यम से कैंसर यूनिट को लीनियर पार्टिकल एक्सिलरेटर मशीन एवं सीटीसिमुलेटर मशीन प्राप्त होगी। इस मशीन के इंस्टाल होने से विंध्य क्षेत्र के कैंसर रोगियों का अत्याधुनिक तकनीक से बेहतर उपचार संभव होगा।