Rewa News: रीवा में टूटा रिकॉर्ड, नौतपा के दूसरे दिन 43 डिग्री सेल्सियस पार रहा तापमान, सड़कें रहीं सूनी

डॉक्टर दे रहे धूप और लू से बचाव की सलाह, अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या

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रीवा। जिले में पिछले 4 दिनों में तापमान में तेजी से वृद्धि हुई है। प्रात: 10 बजे से ही गर्म हवाएं चलने लगती हैं जिसके कारण लू लगने की आशंका बढ़ गई है। जिले में 26 मई को अधिकतम तापमान 43 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया।  जबकि दिनभर का न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके साथ ही नौतपा के दूसरे दिन रीवा में गर्मी ने इस साल के अपने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए। नौतपा भी 25 मई से आरंभ हो गया है। रात में भी तापमान लगातार अधिक बना हुआ है। 


गर्मी का आलम यह रहा कि शहर की मुख्य सड़कें तक दोपहर के समय सूनी नजर आईं। भीषण गर्मी की वजह से दोपहर में बोदाबाग रोड, कैलाशपुरी, यूनिवर्सिटी, उपरहटी, तरहटी, निराला नगर की गलियां सूनी पड़ गई। बता दें कि रीवा में मौसम विभाग पहले ही गर्मी को लेकर येलो अलर्ट जारी कर चुका है। गर्मी की वजह से लू लगने की आशंका भी बढ़ गई है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव शुक्ला ने आमजनों को लू से बचाव की सलाह दी है। 

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 तेजी से बढ़ते तापमान ने लोगों को अपना शिकार बनाया है। यही कारण है कि बड़ी संख्या में लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। हफ्ते भर पहले संजय गांधी अस्पताल में गर्मी की बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या प्रतिदिन 100 से 150 के बीच थी।  ताजा आंकड़ों के मुताबिक अब वो संख्या बढ़कर 150 से 200 के बीच हो गई है। जिनमें बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं। रीवा संभाग के सबसे बड़े संजय गांधी अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने से डॉक्टरों ने भी लोगों को धूम-गर्मी से बचने की सलाह दी है।

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 मौसम विभाग की माने तो रीवा में 8 जून तक ऐसी ही गर्मी पड़ने वाली है। मौसम वैज्ञानिकों के अुनसार कल यानी 27 और 28 जून को हल्की बारिश की संभावना भी है। वहीं आने वाले 4 दिनों में रीवा में मौसम का तापमान और बढ़ने वाला है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव शुक्ला ने आमजनों को लू से बचाव की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि लू से बचने के लिए जन सामान्य ज्यादा समय तक घर पर ही रहें। जिले में पिछले एक सप्ताह से तापमान में तेजी से वृद्धि हो रही है। दिन में 10 बजे के बाद गर्म हवाओं का प्रकोप हो जाता है। आमजन अतिआवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकले। जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलते समय पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। खाली पेट घर से बाहर न जायें। इससे लू लगने का खतरा बढ़ जाता है। दिन में कम से कम 12 से 15 गिलास पानी जरूर पियें। लू से बचाव के लिए देशी घरेलू उपाय अपनाएं। 


बाहर निकलने पर यह जरूर करें 
बाहर निकलते समय सूती कपड़े से चेहरा और सर ढककर रखें तथा पानी साथ में जरूर रखें। पहनने के लिए सूती कपड़ों का अधिक उपयोग करें। लू से बचने के लिए खरबूज, तरबूज, ककड़ी, खीरा, आदि मौसमी फलों का सेवन करें। बेल, सौफ, पोदीना, धनिया आदि के शर्बत तथा छांछ के उपयोग से भी लू से बचाव होता है। अगर लू के लक्षण जैसे मिचली आने, गला सूखने तथा बुखार का प्रकोप होने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करके उचित उपचार करायें।