Rewa News: रीवा मेडिकल कॉलेज का तेजी से बढ़ रहा दायरा, जल्द शुरू होने जा रहे दो नए कोर्स

 बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी, बैचलर ऑफ ऑडियोम कोर्स होंगे संचालित, कमी होगी पूरी 

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रीवा। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज में दो नए कोर्स जल्द शुरू होने वाला है। अब तक प्राइवेट कॉलेजों में ही यह कोर्स संचालित हो रहे थे। अब जल्द ही श्याम शाह मेडिकल कॉलेज रीवा में भी इनकी शुरुआत की जाएगी। इससे कई छात्रों को इन दो कोर्स में रोजगार तलाशने में आसानी होगी। उप मुख्यमंत्री और चिकित्सा शिक्षा मंत्री मप्र शासन राजेंद्र शुक्ल ने इन दोनों पाठ्य क्रमों के लिए विशेष रणनीति पहल भी शुरू कर दी है। बता दें कि राजेंद्र शुक्ल रीवा को मेडिकल हब बनाने के प्रयास में जुटे हैं। इसी कड़ी में इन दोनो कोर्सेस का शुरू करना भी है।।

ज्ञात हो कि श्याम शाह मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के अलावा भी कई और व्यावसायिक पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के अलावा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से भी कई पाठ्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। सैकड़ों छात्र इन कोर्स में प्रवेश लेकर पढ़ाई कर रहे हैं। डिप्लोमा और डिग्री दोनों तरह के पाठ्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। 

यहां पर छात्रों को पैरामेडिकल कोर्स के जरिए टेक्नीशियन के रूप में तैयार किया जाता है। इतना ही नहीं यहां से पढ़ाई करने वाले छात्रों को नौकरी भी मिल जाती है। कई छात्र यहीं पर पढ़ाई करने के बाद संजय गांधी अस्पताल में ही सेवाएं दे रहे हैं। वर्तमान में संचालित पैरामेडिकल कोर्स की संख्या में और भी इजाफा होने वाला है। दो कोर्स और नए शुरू करने की तैयारी है। वर्तमान समय में इनका संचालन मेडिकल कॉलेज में नहीं होता है। इसके लिए छात्रों को प्राइवेट कॉलेजों में प्रवेश लेना पड़ता है। इन दो नए कोर्स में रोजगार की संभावनाएं भी ज्यादा हैं।

  
यह दो नए कोर्स शुरू किए जाएंगे
मेडिकल कॉलेज में बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी, बैचलर ऑफ ऑडियोम कोर्स अब तक संचालित नहीं थे। इसके लिए छात्रों को प्राइवेट कॉलेजों में या फिर बाहर जाकर प्रवेश लेना पड़ रहा था। दोनों ही कोर्स की वर्तमान समय में ज्यादा डिमांड है। ऐसे में इन दो कोर्स के शुरू होने से छात्रों के सामने रोजगार की संभावनाएं ज्यादा बढ़ जाएंगी। फोजियोथैरेपी के लिए लोग ज्यादा परेशान होते हैं। लकवा जैसे बीमारी में फीजियोथेरेपी को ज्यादा महत्व दिया जाता है। एक्सीडेंट व अन्य सर्वाइकल, न्यूरो से जुड़ी बीमारियों में फीजियोथैरेपी की डिमांड ज्यादा रहती है। फिजियोथैरेपिस्ट रीवा में कम है। ऐसे में यह कोर्स इस कमी को पूरा करने में मदद कर सकेगा।

 
यह कोर्स हैं संचालित

  • माइकोबायलॉजी डिप्लो.      2 वर्ष   
  • मेडिकल लैब टेक्नीशियन     2 वर्ष  
  • डायलिसिस टेक्नीशियन       2 वर्ष
  • पैरा. आप्यैल्मिक असिस्टेंट   2 वर्ष 
  • एक्सरे टेक्नीशियन              2 वर्षं
  • कैरालैब टेक्नीशियन             2 वर्ष
  • गामा कैमरा टेकीशियन         2 वर्ष
  • डिप्लोमा परफ्यूजन टेक्रो.       2 वर्ष
  • आर्थों टेक्नीशियन                1 वर्ष 
  • ईसीजी टेक्नीशियन              1 वर्ष 
  • एनेस्थीसिया टेक्नीशियन      1 वर्ष 
  • अल्ट्रा साउंड टेक्नीशियन       1 वर्ष 
  • हॉ, नेडिकल रिकार्ड साइंस      1 वर्ष 
  • हेल्थ इंस्पेक्टर                     1 वर्ष