Rewa News: रीवा के नाती अरमान उभरानी को राष्ट्रपति ने किया सम्मानित, बधाइयों का लगा तांता

देश भर के 19 चुनिंदा बच्चों को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार

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रीवा। 22 जनवरी जहां रीवा सहित देश भर में उत्सव मनाया जा रहा है। ठीक उसी दिन एक और खुशखबरी पहुंची कि रीवा के नाती अरमान उभरानी को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने सम्मानित किया है। यह सम्मान 6.5 वर्षीय अरमान को उनकी असाधारण प्रतिभा के लिए मिला है। अरमान उभरानी रीवा के प्रतिष्ठित व्यवसायी रामचंद्र आसनानी की बेटी सायना के पुत्र हैं। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 18 राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों से 9 लड़के और 10 लड़कियों सहित 19 बच्चों को दिया गया। 

 
बचपन से ही दिख गई प्रतिभा
अरमान उभरानी छत्तीसगढ़ की न्याय राजधानी कहे जाने वाले बिलासपुर के बिजनेसमैन मनीष उभरानी के बेटे हैं। अरमान की मां सायना रीवा की रहने वाली हैं। सायना के पिता रामचंद्र आसनानी श्रीराम टाइल्स एण्ड सेनेट्री के संचालक हैं। गुड मॉर्निंग से चर्चा में रामचंद्र आसनानी ने बताया कि हमारा पूरा परिवार उल्लास में है। हर परिचित की ओर से बधाइयां मिल रहीं हैं। नाती ने मुझे ही नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र को गौरवांवित किया है।  अरमान की प्रतिभा का पता उनके माता-पिता को तब चला जब वे 4 वर्ष के थे। अरमान की गणित, उनका कैल्कुलेशन और याददाश्त देखकर सभी चकित थे। उनकी विलक्षण प्रतिभा देख परिवार ने उन्हें निखरने में भरपूर सहयोग दिया और अब उन्हें देश की राष्ट्रपति के हाथों प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार मिला। 

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लिख चुके हैं 3 किताबें 
अरमान की लिखी तीन किताबें अब तक प्रकाशित हो चुकी हैं। गुड मॉर्निंग से चर्चा में अरमान की मां सायना उभरानी ने बताया कि कम उम्र में किताब लिखने का अरमान के नाम विश्व रिकॉर्ड बन चुका है। बकौल सायना, अरमान को बचपन से भी कहानी सुनने का शौक था। एक दिन कहानी सुनते हुए उसने कहा कि मैं भी कहानी लिखूंगा तो मैंने उसे प्रमोट किया। पहली किताब उसने लिखी जो 18 पेज की है, इस किताब का नाम है पिंक डॉल्फिन। इसके बाद अरमान ने प्लेनेक्स व माई कान्टीनेंट एशिया लिखी। तीनों किताबें अमेजन पर भी उपलब्ध हैं।


दर्ज है इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड
अरमान उभरानी ने 12 मिनट 28 सेकंड में 100 अलग-अलग संख्याओं का सही उत्तर बनाया। यह इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है।

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यह है प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार
बता दें कि असाधारण योग्यता तथा उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए हर वर्ष ये पुरस्कार 5 से 18 आयुवर्ग के बच्चों को दिया जाता है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 छ: श्रेणियों में 19 बच्चों को दिया गया है। इनमें कला और संस्कृति (7), वीरता (1), नवाचार (1), विज्ञान और प्रौद्योगिकी (1), सामाजिक सेवा (4), और खेल (5) शामिल हैं। इस बार एक बच्चे को मरणोपरांत पुरस्कार दिया जा गया।

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इनको मिला पुरस्कार
वीरता श्रेणी- आदित्य विजय ब्रह्मणे (मरणोपरांत) महाराष्ट्र।
कला और सांस्कृतिक श्रेणी- अनुष्का पाठक यूपी, अरिजीत बैनर्जी पश्चिम बंगाल, अरमान उभरानी छत्तीसगढ़, हेतवी कंटिभाई खिमसुरिया गुजरात, इश्फाक हमीद जम्मू-कश्मीर, एम.डी हुसैन बिहार, पेंड्याला लक्ष्मी प्रिया तेलंगाना।
नवाचार श्रेणी- सुहानी चौहान दिल्ली।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी- आर्यन सिंह राजस्थान।
सामाजिक सेवा- अवनीश तिवारी मध्य प्रदेश, गरिमा हरियाणा, ज्योत्सना आक्तर त्रिपुरा, सैयम मजुमदार असम।
खेल- आदित्य यादव उत्तर प्रदेश, चार्वी ए कर्नाटक, जेसिका नेई सारिंग अरुणाचल प्रदेश, लिंथोई चनांबाम मणिपुर, आर सूर्य प्रसाद आंध्र प्रदेश।