Rewa News: अब जुगाड़ से नहीं हो पाएगा वाहनों का फिटनेस, रीवा में भी खुलने जा रहा ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन

आरटीओ में नई व्यवस्था, एआई की जांच के बाद मिलेगा फिटनेस सर्टिफिकेट 

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रीवा। व्यावसायिक वाहनों की फिटनेस में आरटीओ कार्यालय में जुगाड़ की आड़ में चलने वाले खेल को रोकने ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन बनेगा। इसमें आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस के जरिए वाहनों की फिटनेस जांची जाएगी। उसके आधार पर ही प्रमाणपत्र जारी होगा। आरटीओ कार्यालय में व्यवसायिक वाहनों की फिटनेस के लिए नया टेस्टिंग स्टेशन बनाया जा रहा है। वर्तमान में इंदौर और भोपाल में ऐसी व्यवस्था की गई है। 

बताया गया कि व्यावसायिक वाहनों की जांच के लिए आरटीओ कार्यालय परिसर में ही एक ट्रैक बनाया जाएगा। इस ट्रैक पर एआई से लैस कैमरे होंगे, तो वहीं कई और मशीनें होंगीं। वाहन इन कैमरों से होकर गुजरेगा तो उसकी बाहरी फिटनेस का पता चल जाएगा। वहीं जब वाहन ट्रैक में आगे एआई से लैस मशीनों के पास पहुंचेगा तो उसके भीतर के एक-एक पुर्जे की जांच ऑटोमैटिक हो जाएगी। इसमें किसी भी प्रकार की कोई गलती की गुंजाइश नहीं रहेगी। 


परिवहन आयुक्त कार्यालय से होंगे जारी 
इंदौर और भोपाल में यह स्टेशन शुरू हो गए हैं। जबलपुर और रीवा में इस स्टेशन के संचालन के लिए दो से तीन कपनियों ने परिवहन आयुक्त कार्यालय ग्वालियर में संपर्क भी किया है। इसमें स्टेशन में लगाए जाने वाले उपकरणों का भी पूरा ब्यौरा है। ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले कुछ माह बाद इसका निर्माण शुरू हो सकता है।


अप्रैल 2023 से किया गया लागू
केंद्र सरकार द्वारा सड़क हादसों की समीक्षा में पाया गया था कि अधिकतर सड़क हादसे खटारा वाहनों से हुए है। इनमें प्रदूषण का स्तर भी अधिक था। जिसके बाद वर्ष 2018 में यह योजना बनाई गई कि देश में सभी व्यावसायिक वाहनों का फिटनेस टेस्ट मैनुअली की जगह ऑटोमेटेड टेपिंग स्टेशनों (एटीएस) के जरिए होगा। अप्रैल 2023 से इसे लागू किया गया। देश के महानगरों में यह सिस्टम शुरू कर दिया गया। जल्द ही रीवा में भी यह सिस्टम लागू होने की संभावना है।