Rewa News: रीवा में 2.50 करोड़ से हो रहा स्वीमिंग पूल एवं डायविंग पूल का नये सिरे से निर्माण

मिहिरतरण ताल को केंद्रीय खेल मंत्रालय करा रहा रिनोवेट, हो सकेंगी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं 

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rewa swimming pool

रीवा के तैराकों के लिए जल्द ही बड़ी सौगात मिलने वाली है। दरअसल केंद्रीय खेल मंत्रालय द्वारा तीन दशक पूर्व निर्मित किये गये मिहिरसेन तरणताल को अब नये सिरे से तैयार किया जा रहा है। मिहिरसेन तरणताल के स्वीमिंग पूल एवं डायविंग पूल के अपग्रेशन का कार्य तेजी से किया जा रहा है। लगभग ढाई करोड़ रुपये की लागत से मिहिरसेन तरणताल को प्रतियोगिताओं के लायक बनाया जाएगा। लंबे समय से मरम्मत नहीं होने से इसकी हालत बेहद खराब हो गई थी।

 स्वीमिंग पूल एवं डायविंग पूल में लगे टाइल्स तक टूट चुके थे। जगह-जगह दरारें भी आ गई थी और इनमें जहरीले जीव जंतुओं ने अपना डेरा जमा लिया था। वर्तमान में तरणताल में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण एजेंसी के मुताबिक इसका निर्माण कार्य पूरा होने में कम से कम छह माह का समय लगेगा। लिहाजा इस गर्मी के सीजन में लोगों की जल बिहार के लिए मिहिरमैन तरणताल उपलब्ध नहीं हो पाएगा।


अर्जुन अवार्डी कैप्टन बजरंगी के प्रयास से मिला था स्वीमिंग पूल
 गौरतलब है कि तैराकी में देश का पहला अर्जुन अवार्ड प्राप्त करने वाले कैप्टन बजरंगी प्रनाट कला के प्रयास में तैराकों प्रतिभाओं के लिए सन् 1991 में केंद्रीय खेल  मंत्रालय द्वारा मिहिरसेन तरणताल का निर्माण किया गया था। मिहिरसेन तरणताल में प्रदेश स्तरीय एवं राष्ट्रीय स्तर की कई तैैराकी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा चुका है। लेकिन में यह तरणताल वर्तमान में किसी भी प्रतियोगिता के लायक नहीं बचा था। इसलिए इसका नये सिरे से आधुनिक तरीके से निर्माण कराया जा रहा है।

तरणताल के स्वीमिंग पूल एवं डायविंग पूल को भरने के लिए खूब पानी की आवश्यकता होती है। इसके लिए तरणताल परिसर में दो फिल्टर प्लांट का निर्माण किया जाएगा। ताकि तरणताल एवं डायविंग पूल के लिए पानी की कमी न हो। इसके पहले अभी तक एक ही फिल्टर प्लांट से काम चलाया जा रहा था। लेकिन जब दा फिल्टर प्लांट बनाये जा रहे हैं। फिल्टर प्लांट की पूरी मशीनरी भी बदली जाएगी।

बनाये जाएंगे दो फिल्टर प्लांट
मिहिरसेन तरणताल को पूर्व के वर्षों में एक अप्रैल से चालू कर दिया जाता था लेकिन इस साल इसके चालू होने के कोई चांस नहीं हैं। । जल विहार के लिए लोगों को कोई और विकल्प तलाशना होगा। पिछले साल इसे शिकायत के बाद बंद कर दिया गया था। यहां से महिला तैराकी कोच को भी हटा कर एक पंप ऑपरेटर को तैराकों कोच को जिम्मेदारी दी गई है। इसके बाद से यह तरणताल राजनीति का शिकार हो गया है।


 नियमानुसार तरणताल में महिला एवं पुरुष कोच के साथ-साथ सहायक कोच भी देने चाहिए और प्रत्येक 50 व्यक्तियों के पास 4 लाइफगार्ड होने चाहिए जो किमी भी परिसंस्थांत में तैराको सीखने वालों को सुरक्षा के लिए तैनात रहे। लेकिन इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

 
 इस साल नहीं मिलेगा पूल का आनंद
मिहिरसेन तरणताल में तैराकी सीखने वालों के लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध थी और हर साल तैराकी सीखने वाले तथा जल विहार के शौकीन दोनों मिहिरसेन तरणताल खुलने का इंतजार करते थे। इस साल उनके लिए भले ही यह उपलब्ध नहीं है लेकिन उनके लिए यह बात किसी खुशखबरी से कम नहीं है और इसमे अब पहले से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।  

मिहिरसेन तरणताल प्रदेश का पहला तरणताल है जहां पर स्विमिंग पूल के साथ-साथ डाइविंग पूल भी बनाया गया है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि डाइविंग पूल में अभी तक किसी प्रशिक्षक की नियुक्ति नहीं की गई है। डाइविंग पूल में 18 से 20 फिट तक पानी भरा रहता है। लेकिन ऐसे में भी बचाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। तरणताल में सुरक्षा की दृष्टि में ऑक्सीजन सिलेंडर भी होनेे चाहिए लेकिन अंऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भी नहीं है।