Rewa News: एक दर्जन से अधिक क्रेशर प्लांटों की जांच करने पहुंची भोपाल व रीवा की संयुक्त टीम

शिकायतकर्ता के साथ क्रेशर संचालक भी मौके पर रहे मौजूद, एक दूसरे के बीच हुई नोंक झोंक

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जिले के पर्यावरण को निगलने पर आमादा स्टोन क्रेशरो को लेकर नेशनल ग्रीन टिब्युनल में चल रहे मामले में प्रदूषण की जांच करने गठित संयुक्त समिति ने बुधवार को रीवा पहुंच दर्जन भर क्रेशरों का मौके पर निरीक्षण किया। टीम के सदस्यों में एनजीटी के प्रतिनिधि, प्रदेश स्तरीय सिया कमेटी, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, राज्य प्रदूषण बोर्ड के सदस्यों के अलावा, कलेक्टर के प्रतिनिधि, एसपी के प्रतिनिधि, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी खनिज एवं राजस्व विभाग के अधिकारी शामिल थे।

इस दौरान क्रेशर मालिकों और शिकायतकर्ता को भी मौके पर बुलाया गया था। इस दौरान क्रेशर मालिकों और शिकायतकर्ता के बीच नोंकझोंक होना बताया जा रहा है। संचालकों का मकसद जांच टीम पर दबाव बनाने की मंशा से हंगामा किया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रीवा के क्षेत्रीय अधिकारी एसडी बाल्मिक ने बताया कि बेला, बैजनाथ, भोलगढ़ और सकरवट राजस्व ग्राम में संचालित स्टोन क्रेशरों द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रदूषण फैलाए जाने को लेकर प्रकरण एनजीटी बेंच भोपाल में चल रहा है। बताया जाता है कि एनजीटी के निर्देश पर इसकी जांच करने एक संयुक्त समिति बुधवार को आई है।

एनजीटी ने क्षेत्रीय पर्यावरण को पहुंच रहे भार नुकसान को लेकर पहले ही करीब डेढ़ दर्जन क्रेशर को बंद करने का आदेश दे रखा है। इनके संचालकों ने भी शिकायत के खिलाफ आवेदन दे रखा है। एनजीटी भोपाल में यह मामला अतुल जैन और एडवोकेट बीके माला सामाजिक कार्यकर्ता विरुद्ध मप्र शासन है। जिसमें एक उच्च स्तरीय संयुक्त समिति को निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है।

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 दस्तावेज लेकर पहुंचे संचालक
समिति के समक्ष संबंधित स्टोन क्रेशर संचालकों को संचालन संबंधी समस्त दस्तावेज लेकर आने को कहा गया था जिसमें विभागों के वैध दस्तावेज, अनापत्ति प्रमाण पत्र और समिति के भ्रमण के दौरान वांछित आवश्यक दस्तावेज प्रमाणीकरण हेतु उपलब्ध कराने को कहा गया था। इस दौरान संचालकों से सुझाव, आपत्ति और शिकायतें भी सुनी गई हैं। बताया जाता है कि शिकायत सुनने के दौरान शिकायतकर्ता बीके माला एवं संचालकों के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए गए हैं।

जांच के दौरान ये रहे उपस्थित
एनजीटी के निर्देश पर गठित संयुक्त समिति में सुनील कुमार मीणा केन्द्रीय प्रदूषण बोर्ड, जय प्रकाश शुक्ला सिया कमेटी, डीएस बाल्मीक क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रीवा, संजीव मोहन पांडेय उप संचालक खनिज, दीपमाला तिवारी जिला खनिज अधिकारी, जटाशंकर शुक्ला तहसीलदार हुजूर, अंकिता मिश्रा चौकी प्रभारी नौबस्ता शामिल थे। 

इनका हुआ निरीक्षण
बताया जाता है कि समिति ने स्थानीय अधिकारियों के साथ मौके पर जाकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया है। टीम ने बेला, बैजनाथ, भोलगढ़, खम्हरिया और सकरवट गांवों में स्थापित 13 स्टोन क्रेशरों का निरीक्षण किया है। इनमें महादेव स्टोन क्रेशर, त्रिमूर्ति स्टोन क्रेशर, एमआर स्टोन प्रोडक्ट, सहारा स्टोन प्रोडक्ट, सहारा स्टोन क्रेशर, सहारा स्टोन प्रोडक्ट, ब्रम्हशक्ति स्टोन क्रेशर, नारायण स्टोन क्रेशर, शारदा स्टोन क्रेशर, रामप्रेम स्टोन क्रेशर, शारदा स्टोन क्रेशर, वृन्दावन स्टोन क्रेशर और आरूष स्टोन क्रेशर शामिल हैं।