Rewa News: अवैध क्लीनिकों व झोलाछाप डाक्टरों की अब खैर नहीं, भोपाल से आए कार्रवाई के निर्देश के बाद प्रशासन सक्रिय

शहर से लेकर गांव तक जिले में बड़ी संख्या में अवैध क्लीनिकें संचालित

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गुड मॉर्निंग, रीवा। लोगों के  स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले अवैध क्लीनिकों व छोलाछाप डॉक्टरों की अब खैर नहीं है। दरअसल अलग अलग क्षेत्रों से लगातार मिल रही शिकायतों के बाद अब प्रशासन में बड़े लेवल पर कार्यवाही का मन बना चुकी है। जिसके संबंध में राजधानी भोपाल से सीएमएचओ कार्यालय को पत्र भी आ चुका है। जिसमें कथित चिकित्सकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिये गये है।

 वहीं राजधानी से आए पत्र के बाद अचानक से जिला का स्वास्थ्य अमला हकरत में आ गया। और आनन फानन में जिले के भीतर संचालित अवैध क्लीनिकों व झोलाछाप डाक्टरों की जांच के लिए टीम भी गठित कर दी। जानकारी के अनुसार जिला स्वास्थ्य अधिकारी 2 डा. केबी गौतम के नेतृत्व में टीम गठित कर दी गई है और उनको सभी क्लीनिकों की जांच के निर्देश जारी किये गये है। 

जब एक फर्जी डॉक्टर ने महिला का कर दिया था ऑपरेशन
बता दें कि बीते दिनों जिले के हनुमना के मामले ने सभी को झकझोर कर रख दिया था। जहां एक छोलाछाप डॉक्टर ने तो एक महिला के पेट का आपरेशन उसके घर मे ही कर डाला और उसकी अंतड़िया निकाल ली। जिससे मौके पर ही महिला की मौत हो गई थी।   नईगढ़ी के मडऩा गांव की बच्ची का झोलाछाप डाक्टर ने गलत इलाज कर दिया था जिससे बच्ची की हालत बिगड़ गई और प्रयागराज में उसकी मौत हो गई। शहर से लेकर देहात तक झोलाछाप डाक्टरों का जाल फैला है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उन पर अंकुश नहीं लगा पा रहे है।

 

बड़ी संख्या में अवैध क्लीनिकें
बता दें कि शहर से लेकर गांव तक जिले में काफी बड़ी संख्या में अवैध क्लीनिकें संचालित है जिसमें झोलाछाप डाक्टरों द्वारा मरीजों का उपचार कर उनकी जान के साथ खिलवाड़ किया जाता है। भोपाल से आए पत्र के बाद अब ऐसे अवैध क्लीनिक और झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए निर्देश जारी किये गये है। स्वास्थ्य विभाग सभी क्लीनिकों की जांच करेगा और जो भी नियम विरुद्ध तरीके से उसे संचालित करते पाया जायेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। हालांकि अवैध क्लीनिकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए इससे पूर्व भी निर्देश जारी हुए है लेकिन स्वास्थ्य विभाग इन पर अंकुश नहीं लगा पाया है।