Rewa News: फुटबॉल टूर्नामेंट को नहीं मिल रहे दर्शक, तो स्कूलों से छात्रों को भेजने का फरमान

भीड़ जुटाने के लिए मोहरे की तरह स्कूली बच्चों का हो रहा उपयोग

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10 करोड़ का स्टेडियम रीवा के लिए बढ़ी उपलब्धि है लेकिन यहां भीड़ जुटाने के लिए स्कूल के छात्रों और शिक्षकों का सहारा लिया जा रहा है। फुटबॉल प्रतियोगिता में भीड़ नहीं पहुंच रही है। ऐसे में स्कूलों को फरमान जारी हुआ है। पढ़ाई छोड़ शिक्षकों और छात्रों को स्टेडियम में जुटने के लिए कहा गया है। छुट्टियों में भी दबाव है। 


ज्ञात हो कि रीवा की 10 करोड़ का स्टेडियम मिला। इसके शुभारंभ के साथ ही अखिल भारतीय फुटबॉल टूर्नामेंट की भी शुरुआत की गई। 23 जुलाई से मैच चल रहे हैं। यहां देशभर से अलग अलग राज्यों से टीमें पहुंची है। इस फुटबॉल मैच को क्षमता के हिसाब से दर्शक ही नहीं मिल पा रहे हैं। यही वजह है कि अब भीड़ जुटाने के लिए स्कूली छात्रों का सहारा लिया जा रहा है। 


जिला शिक्षा अधिकारी ने इसके लिए शहर की स्कूलों को फरमान जारी किया है। सभी छात्र और शिक्षकों को पढ़ाई छोड़कर मैच देखने का आदेश जारी किया गया है। इतना ही नहीं आदेश को नहीं मानने वालों पर कार्रवाई का भी फरमान दिया गया है। अब समय में यह नहीं आ रहा कि छात्र पढ़ाई करें या फिर फुटबॉल मैच देखने जाएं। हद तो यह है कि छात्रों को शाम को होने वाले मैच में भी बुलाया जा रहा है। ऐसे में छात्र घर से अकेले कैसे पहुंचे। यदि इस दौरान छात्रों के साथ अनहोनी होती है तो इसकी जिम्मेदारी भी विभाग नहीं लेगा।


स्कूल शिक्षा विभाग को हर जगह पर भीड़ जुटाने के लिए मोहरे की तरह उपयोग किया जाता है। छात्रों से पढ़ाई के अलावा सारे काम लिए जा रहे हैं। रीवा में निकालने वाली रैलियों, नेताओं के कार्यक्रम और अन्य आयोजनों में भी स्कूलों से ही भीड़ जुटाई जाती है। अब फुटबॉल टूर्नामेंट में छात्र और शिक्षक को दबाव देकर बुलाना समझ से परे हैं। हद तो यह है कि कइयों को फुटबॉल पसंद भी नहीं है। कई इसके नियम और कायदे भी नहीं जानते फिर भी उन पर दबाव बनाया जा रहा है। कार्रवाई के डर से शिक्षक भी पहुंच रहे हैं। 30 जुलाई को टूर्नामेंट का समापन है। इसमें भी स्कूलों पर दबाव आया है। छात्रों और शिक्षकों को पहुंचने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से पहुंचा है।