Rewa News: कछुआ चाल से चल रहा रीवा-सतना रेलवे लाइन का दोहरीकरण, रीवा स्टेशन का विकास कार्य हो रहा प्रभावित

दिसम्बर 2017 में पूरा होना था यह कार्य, 40 प्रतिशत के लगभग काम अब भी शेष 

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रीवा। रीवा-सतना रेललाइन दोहरीकरण परियोजना धीमी गति से चल रही है। विगत वर्ष सतना के सकरिया स्टेशन से हिनौता-रामवन स्टेशन तक रेललाइन दोहरीकरण कार्य पूरा हुआ है, जिसकी लम्बाई 9 किलोमीटर है। ऐसे ही, गत वर्ष सतना के ही कैमा स्टेशन से सकरिया स्टेशन तक 6 किलोमीटर रेललाइन का दोहरीकरण हुआ था। इसके पहले सतना से कैमा 6 किलोमीटर और रीवा से तुर्की 12 किलोमीटर रेललाइन दोहरीकरण का कार्य पूर्ण हो चुका है। इस प्रकार रीवा से सतना के बीच अब तक करीब 33 किलोमीटर रेललाइन का दोहरीकरण हो गया है, जबकि 19 किलोमीटर यानि 40 प्रतिशत के लगभग रेललाइन दोहरीकरण का कार्य शेष है।

 गत वर्ष पश्चिम मध्य रेलवे के चीफ ट्रैक इंजीनियर ने निर्माणाधीन ट्रैक का निरीक्षण किया था। उस दौरान पमरे के चीफ ट्रैक इंजीनियर के साथ डिप्टी चीफ कंसट्रक्शन भी मौजूद रहे।  दोनों अधिकारियों ने छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर रीवा से सतना दोहरीकरण का काम पूरा करने के निर्देश दिए थे। फिर भी निर्माण को गति देने में संबंधित ठेकेदार पीछे रह गए। इस महत्वपूर्ण रेललाइन दोहरीकरण परियोजना के कार्य की पिछले 6 वर्षों से निरंतर अवधि बढ़ाई जा रही है लेकिन काम है कि पूरा होने का नाम नहीं ले रहा। पहले यह कार्य दिसम्बर 2017 में पूरा होना था। साल दर साल कार्य अवधि बढ़ाते हुए अब रेल प्रशासन ने निर्माण के लिए नया लक्ष्य दिसम्बर 2024 दिया है। हालाकि इस अवधि तक में भी दोहरीकरण निर्माण पूरा होने के आसार नहीं हैं।

इस बजट में मिले 40 करोड़ 
पमरे अंतर्गत रीवा- सतना के बीच रेललाइन दोहरीकरण की परियोजना वर्ष 2015 में चीकृत हुई थी। इसके लिए रेल मंत्रालय ने 490 करोड़ बजट आवंटित किया। इस दोहरीकरण कार्य के लिए रेल बजट 2024 में 40 करोड़ रुपये आवंटित हुए हैं, जिससे परियोजना को कुछ गति मिलेगी। इसके पूर्व वर्ष 2023 में 55 करोड़, वर्ष 2022 में 21 करोड़, 2021 में 18 करोड़, 2020 रेल बजट में 52 करोड़ और 2018 में 75 करोड़ रूपये में दोहरीकरण हेतु मिले थे।

रीवा स्टेशन का होगा विकास 
रीवा-सतना के बीच रेलालाइन दोहरीकरण पूरा होन के बाद रीवा स्टेशन का विकास और तेजी से हो सकेगा। विंध्य में सीमेंट कारखाने अधिक होने से रेल प्रबंधन को माल दुलाई से प्राप्त होने वाली आय में वृद्धि होगी। वहीं रीवा स्टेशन से नई यात्री ट्रेन के संचालन की सम्भावना बढ़ेंगी। यही नहीं रीवा को जंक्शन के रूप में विकसित करने के अवसर भी बनेंगे।