Rewa-Bilaspur Train: रीवा-बिलासपुर ट्रेन का हो सकता है विस्तार, MP-CG के चार सांसदों ने रेल मंत्री को लिखा पत्र

ट्रेन का विस्तार रायपुर-दुर्ग करने की मांग, जल्द फैसला ले सकता है रेलवे 

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रीवा/रायपुर। विंध्य को छत्तीसगढ़ से जोड़ने वाली महत्वपूर्ण ट्रेन रीवा-बिलासपुर के विस्तार को लेकर बड़ा अपडेट सामने आ रहा है। दरअसल लंबे समय से दोनों ओर के यात्रियों के द्वारा यह मांग की जा रही है कि टे्रन को रायपुर या दुर्ग तक बढ़ाया जाए। लेकिन रेलवे लगातार इस मामले में उदासीन रवैया अपनाता रहा है। 

हालांकि, अब माना जा रहा है कि जल्द ही ट्रेन का लास्ट स्टॉप रायपुर या दुर्ग हो सकता है। क्यों कि इस मांग को लेकर एक साथ मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के चार सांसदों ने रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को खत लिखा है। जिनमें से मप्र के एक व छत्तीसगढ़ के तीन सांसद शामिल हैं। चारों सांसदों ने मांग की है कि इस ट्रेन को बिलासपुर की जगह दुर्ग तक कर दिया जाए। हालांकि इसको लेकर अभी तक रेलवे की तरफ से कोई जानकारी नहीं आई है। 


लंबे समय से उठ रही मांग 
बता दें कि रीवा से रायपुर तक के लिए कोई सीधी ट्रेन उपलब्ध नहीं है जिसके कारण हजारों यात्रियों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में दोनों राज्यों के लोग लंबे समय से यह मांग कर रहे हैं कि बिलासपुर तक आने वाली ट्रेन को रायपुर या फिर दुर्ग जिले को विस्तारित किया जाए। बताया जाता है कि रायपुर और दुर्ग जिले में बड़ी संख्या में रीवा के लोग रहते हैं। रीवा की ट्रेन पकड़ने के लिए इन्हें बिलासपुर तक का सफर करना पड़ता है।


यात्रियों को रायपुर और दुर्ग से रीवा का सफर करने के लिए पहले किसी दूसरी ट्रेन या फिर अन्य साधन से बिलासपुर पहुंचना होता है। जिसके बाद उन्हें रीवा-बिलासपुर मिलती है। जिस कारण से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और कई बार ट्रेन भी छूट जाती है।


इन सांसदों ने लिखा पत्र 
यात्रियों की समस्या को देखते हुए अब मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के चार सांसदों ने सराहनीय कदम उठाया है। ट्रेन के विस्तार के लिए मध्य प्रदेश के रीवा से सांसद जनार्दन मिश्रा, छत्तीसगढ़ के दुर्ग लोकसभा सीट से सांसद विजय बघेल, बिलासपुर से सांसद और कैन्द्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू के साथ ही महासमुंद की सांसद रुपकुमारी चौधरी ने केन्द्रीय रेल मंत्री को लेटर लिखा है। इसके अलावा इस ट्रेन को रायपुर या फिर दुर्ग स्टेशन से चलाने के लिए विंध्यांचल कल्याण समाज के प्रदेश अध्यक्ष ने भी पहल की है।

 


मेंटेनेंस का अडंगा लगाते हैं अधिकारी 
दरअसल रेलवे के अधिकारी मेंटेनेस की दिक्कत का अडंगा लगाकर ट्रेन को विस्तारित करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। जबकि सांसदों ने अपने लेटर में स्पष्ट किया है कि यह ट्रेन रीवा स्टेशन में सुबह 7 बजे पहुंच जाती है और फिर रात 10 बजे बिलासपुर के लिए रवाना होता है। रीवा में यह ट्रेन करीब 12 घंटे तक खड़ी रहती है। सांसदों का कहना है कि जितनी देर तक ट्रेन रीवा में खड़ी रहती है उतने में दुर्ग या रायपुर तक विस्तारित किया जा सकता है इसके अलावा यह ट्रेन पर जब जबलपुर रेलवे जोन के अधीन आ जाएगी तो आसानी से रीवा स्टेशन में इसका मेंटेनेंस होने लगेगा।