रीवा में आतिशबाजी के साथ हुआ रावण दहन, फोर्ट रोड में किले से नहीं निकला झांकियों का काफिला

राजघराने- नगर विजयादशमी उत्सव समिति के प्रति लोगों में दिखा आक्रोश
 

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गुड मॉर्निंग, रीवा। असत्य पर सत्य की विजय-बुराई में अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व का आयोजन रीवा शहर के बीच एन सी सी मैदान में बड़े ही आकर्षक एवं हजारों हजार दर्शकों के बीच मनाया गया, यह आयोजन नगर विजया दशमी उत्सव समिति के संयोजकत्व में किया जाता है, जिसे देखने के लिए तमाम जनता उमड़ पड़ी, एन सी सी मैदान में खचाखच भरी दशहरा देखने वाले जनता बच्चे, बड़े, बूढ़े महिलाओं का बढ़ता उत्साह इस क़दर हावी रहा पुतला दहन देखने के लिए तीन घंटे से अधिक समय तक डंटे रहे।
 
राजघराने और नगर विजयादशमी उत्सव समिति के लिए लोगों में दिखी नाराजगी 
 जहां एक ओर नगर विजया दशमी उत्सव समिति द्वारा टीआरएस परिसर में साज सज्जा,बैठक व्यवस्था, लाईटिंग, तथा तमाम दर्शको की सुविधा का विशेष ध्यान दिया गया था, वहीं फोर्ट रोड में गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी मां दुर्गा प्रतिमाओं एवं सजीव झांकियों के व्यवस्थित चल समारोह के न होने की कमी लोगों को खली। यह तो ठीक था कि फोर्ट रोड व्यापारी मंडल ने सब्जी मंडी गेट से लेकर जैन धर्मशाला तक आकर्षक लाइट की व्यवस्था की थी जिसके कारण चल समारोह का आनंद लेने सुदूर गांवों से आए लोगों को कम निराशा हुई।  इसके बावजूद फोंर्ट रोड में किले से परंपरागत निकलने वाली झांकियों का इस बार भी दशहरे पर न निकलना न सिर्फ एक समृद्धशाली परंपरा का समापन प्रतीत हुआ वहीं इसका आनंद लेने की प्रत्याशा में आए लोगों ने राजघराने और नगर विजयादशमी उत्सव समिति को जी भर के कोसा। 

 किला गद्दी पूजन के बाद एन सी सी मैदान पहुंचे राजा धिराज, एवं राम लक्ष्मण, हनुमान की झांकी के बाद कमेटी द्वारा विधि-विधान से पूजन अर्चन के बाद भगवान राम युद्ध मैदान के लिए रवाना हुए, जहां भव्य आसमान में छाईं आतिशबाजी के बीच भगवान राम ने कुंभकर्ण, मेघनाद, एवं रावण के पुतले पर तीर चलाया, जैसे ही भगवान राम ने तीर चलाया वैसे ही एक ,एक कर आतिशबाजी की तीरो के हमले से धूं, धूं कर जल उठे पुतले तमाम जनता जनार्दन प्रसन्नता से सराबोर हो कर संगीत कार्यक्रम जारी रखने का दबाव बनाया परन्तु दर्शकों को चुनाव आचार संहिता लागू होने के चलते साढ़े दस बजे कार्यक्रम को धन्यवाद ज्ञापित कर विराम कर दिया गया।