Rewa में 2 माह बाद हो सकेगा किडनी ट्रांसप्लांट, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को मिली किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट

पूर्व मंत्री और रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ल ने किया शुभारंभ, विंध्य के मरीजों को मिलेगी बड़ी राहत
 
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रीवा श्यामशाह मेडिकल कॉलेज अंतर्गत संचालित सुपर स्पेशलिटी ब्लाक में एक और महत्वपूर्ण सुविधा का विस्तार हुआ है। अस्पताल को किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट मिली है। इसका शुभारंभ पूर्वमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने शनिवार को किया सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में 30 लाख की लागत से किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट तैयार की गई है। यह यूनिट अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करती है।

पूर्वमंत्री शुक्ल ने कहा कि रीवा में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा नहीं थी। जिससे यहां के मरीजों को दिल्ली और मुंबई व नागपुर जाना पड़ता था। अब जल्द ही यह सुविधा रीवा में उपलब्ध हो जाएगी। इसके लिए आधुनिक किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट का आइसीयू तैयार किया गया है। कार्यक्रम में डीन डॉ. मनोज कुमार इंदुरकर, अक्षक डॉ. राहुल मिश्रा अधीक्षक सुपर स्पेशलिटी डॉ. अक्षय श्रीवास्तव डॉ. रोहन द्विवेदी, डॉ. विवेक शर्मा, विश्वदीपक त्रिपाठी डॉ. देवेन्द्र पाय सत्यधर शर्मा अनीता मिश्रा प्रशांत पांडेय आदि उपस्थित रहे।

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लाइसेंस प्राप्त करने के चार चरण
किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट के लाइसेंस को प्राप्त करने के चार चरण होते हैं। आइसीयू निर्माण उपकरण, ट्रेनिंग और निरीक्षण शामिल है। अभी आइसीयू बनकर तैयार है। उपकरण को खरीदी के लिए निविदाएं सोमवार को जारी की जाएंगी। इसी क्रम में तीन-तीन चिकित्सकों की प्रशिक्षण के लिए दिल्ली भेजा जाएगा। अंतिम चरण में इंदौर से स्टेट ऑर्गत टीसू ट्रांसप्लांट को टीम निरिक्षण के लिए आएगी।

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अस्पताल में खाली हैं 83 पद

अभी अस्पताल पद खाली हैं। इन पदों में प्राथमिकता से भर्ती का काम चल रहा है। रिक्त पद भर जाने के बाद अस्पताल 100 प्रतिशत क्षमता से काम करने लगेगा। सुपर स्पेशलिटी ब्लाक के पीछे डॉक्टरों के लिए अवास का टेंडर हो गया है। जल्द ही 40 कारोड़ की लगत से सुविधायुक्त बिल्डिंग तैयार होगी।
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 किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट का आइसीयू बनकर तैयार हो गया है। यह यूनिट पूर्णतया जुलाई तक ही क्रियान्वित हो पाएगी। सब औपचारिकताएं पूर्ण होने के बाद एक इंस्पेक्शन होगा उसमें न्यूक्लियर स्केन को प्रक्रिया होगी। जबलपुर में इसकी मशीन है, वहां से टाइप कर मरीज को वहां भेजकर ये प्रक्रिया पूर्ण कराई जाएगी।

डॉ. मनोज इंदुरकर, डीन
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज, रीवा