Super Speciality Hospital: सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में आयुष्मान कार्ड से 90 हजार से अधिक रोगियों का हुआ नि:शुल्क उपचार
उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा का बड़ा केन्द्र बना सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल रीवा
छोटे शहरों तक विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता तथा उच्च स्तर की उपचार सुविधा देनके के लिए केन्द्र सरकार द्वारा सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल स्थापित किए गए हैं। मध्यप्रदेश में स्थापित होने वाले तीन सुपर स्पेशलिटी हास्पिटलों में से एक रीवा में स्थापित है। रीवा में 154 करोड़ रुपए की लागत से पाँच मंजिला भवन में 240 बिस्तरों का सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल पिछले दो वर्षों से संचालित है।
इसके शुरू हो जाने से पूरे विन्ध्य क्षेत्र में गंभीर और जटिल रोगों के उपचार की सुविधा उपलब्ध हो गई है। इस हास्पिटल में जनवरी 2022 से अप्रैल 2023 तक एक लाख 17 हजार 543 रोगियों का सफलतापूर्वक उपचार किया गया। इनमें सर्वाधिक संख्या आयुष्मान कार्ड से नि:शुल्क उपचार सुविधा पाने वाले रोगियों की है। अब तक 90 हजार 761 गरीब रोगियों को आयुष्मान कार्ड से उच्च स्तरीय उपचार सुविधा नि:शुल्क दी गई है। इनमें एंजियोप्लास्टी, एंजियोग्राफी, ओपेनहार्ट सर्जरी न्यूरोलॉजी तथा अन्य विभागों द्वारा दी गई उपचार सुविधाएं शामिल हैं। सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा का बड़ा केन्द्र बन गया है। अब रीवा ही नहीं आसपास के कई जिलों के रोगी उपचार के लिए सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल आ रहे हैं।
इस संबंध में हास्पिटल के अधीक्षक डॉ अक्षय श्रीवास्तव ने बताया कि जनवरी 2022 से अब तक न्यूरो सर्जरी विभाग में 15 हजार 671 रोगियों का तथा यूरोलॉजी विभाग में 26 हजार 731 रोगियों का उपचार किया गया है। कॉर्डियोलॉजी विभाग में सर्वाधिक 61 हजार रोगियों का उपचार किया गया है। इनमें हृदय रोग से पीड़ित रोगियों के जटिल ऑपरेशन किए गए। नेफ्रोलॉजी विभाग में 11 हजार 903 रोगियों को उपचार सुविधा दी गई। सीटीव्हीएस विभाग द्वारा 2238 रोगियों का उपचार किया गया।
बढ़ाई जा रही सुविधाएं
सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में स्थापित 10 डायलिसिस मशीनों से रोगियों को उपचार सुविधा दी जा रही है। हास्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। आगामी तीन महीनों में सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। रोगियों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए शासन द्वारा हास्पिटल में बेडों की संख्या 240 से बढ़ाकर 500 बेड करने की घोषणा की गई है। इसके लिए शीघ्र ही नवीन भवन का निर्माण शुरू किया जा रहा है।