Rewa News: रीवा में इन्वेस्टर्स मीट की तैयारियां जोरों पर, कमिश्नर ने की तैयारियों की समीक्षा

विन्ध्य में हैं औद्योगिक विकास की असीम संभावनाएं: बीएस जामोद

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रीवा। कमिश्नर कार्यालय में आयोजित बैठक में कमिश्नर बीएस जामोद ने रीजनल इन्वेस्टर्स कॉनक्लेव के आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन अक्टूबर माह में संभावित है। संभाग के सभी जिलों में औद्योगिक विकास की असीम संभावनाएं हैं। विन्ध्य क्षेत्र खनिज, जल संसाधन तथा प्राकृतिक संपदा से भरपूर है। अधोसंरचना का यहाँ तेजी से विकास हुआ है।

यहाँ पर्याप्त बिजली, श्रमिक तथा भूमि उपलब्ध है। इन संसाधनों का बेहतर उपयोग करके औद्योगिक निवेश के प्रस्ताव तैयार करें। रीजनल इन्वेस्टर्स मीट में संभाग में विकास की हर संभावना को दिखाने का प्रयास करें। कृषि, उद्यानिकी, वनोपज संग्रहण, खनिज, पशुपालन आदि में विकास की सर्वाधिक संभावनाएँ हैं। इन क्षेत्रों के विकास से रोजगार के अवसर बड़ी संख्या में सृजित होंगे। 


धार्मिक पर्यटन अच्छी संभावनाएँ 
धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में भी अच्छी संभावनाएँ हैं। क्षेत्र में उपलब्ध संसाधनों के अनुरूप औद्योगिक विकास के प्रस्ताव तैयार करें। श्री अन्न की भी माँग तेजी से बढ़ रही है। श्री अन्न यानी मोटा अनाज की खेती और इस पर आधारित खाद्य पदार्थों के निर्माण की इकाईयाँ स्थापित की जा सकती हैं। 


बैठक में मुख्य वन संरक्षक राजेश राय ने कहा कि संभाग में बाँस तथा अन्य वनोपज पर्याप्त मात्रा में है। बैठक में एमपीआईडीसी के कार्यकारी संचालक यूके तिवारी ने कहा कि संभाग में एक हजार हेक्टेयर का भूमि बैंक उद्योगों के विकास के लिए बना लिया गया है। बैठक में कृषि महाविद्यालय के डीन डॉ संत त्रिपाठी ने कहा कि पूरे विन्ध्य में परंपरागत रूप से कोदौ, कुटकी, अरहर, अलसी, जौ, मक्का जैसे अनाजों की खेती की जाती थी। इन अनाजों की तरह लोगों का रूझान तेजी से बढ़ रहा है। 
बैठक में वन मण्डलाधिकारी अनुपम शर्मा, उपायुक्त डीएस सिंह, संयुक्त संचालक उद्योग एनके श्रीवास्तव, सहायक प्रबंधक जेपी तिवारी, उप संचालक कृषि यूपी बागरी, प्राचार्य आयुर्वेद महाविद्यालय दीपक कुलश्रेष्ठ, अग्रणी बैंक प्रबंधक तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।